वरुण चक्रवर्ती का बड़ा खुलासा, रोहित शर्मा की वजह से चैंपियंस ट्रॉफी वाली टीम इंडिया में मिली जगह

एक अवार्ड प्राप्त करने वाले मिस्ट्री बॉलर ने अपनी यात्रा और चुनौतियों पर बात की। उन्होंने बताया कि कैसे वीडियो एनालिसिस के इस दौर में अपनी 'मिस्ट्री' को बनाए रखना मुश्किल होता है। इसके लिए वे लगातार अभ्यास करते हैं और खुद को चुनौती देते हैं। उन्होंने कहा कि कप्तान के लिए 'गो-टू बॉलर' बनना महत्वपूर्ण है और इसके लिए उन्हें हर स्थिति में तैयार रहना पड़ता है। उन्होंने चैंपियंस ट्रॉफी स्क्वाड में शामिल होने का उदाहरण दिया, जहाँ उन्हें लेग स्पिनर्स और फ्लिपर्स जैसे नए कौशल पर काम करना पड़ा। उन्होंने अपनी सबसे बड़ी ताकत के बारे में बताया कि "इट्स जस्ट दी दी ओवर स्पिन विच आई ट्राई टू बाउल विच इज़ काइंड ऑफ डिफ्रैंट फ्रॉम दी अदर रेस्ट ऑफ दी मिस्ट्री स्पिनर्स हू बोल्ड मोर साइड स्पिन सो आई थिंक दैट इज़ वर्किंग इन फेवर फ़ॉर मी एंड होपफुली इट कीप्स वर्किंग फ़ॉर मी।" उन्होंने भारत को खिताब जिताने में मदद की है और अपनी अनोखी 'ओवर स्पिन' से अन्य स्पिनरों से खुद को अलग साबित किया है।

एक अवार्ड प्राप्त करने वाले मिस्ट्री बॉलर ने अपनी यात्रा और चुनौतियों पर बात की। उन्होंने बताया कि कैसे वीडियो एनालिसिस के इस दौर में अपनी 'मिस्ट्री' को बनाए रखना मुश्किल होता है। इसके लिए वे लगातार अभ्यास करते हैं और खुद को चुनौती देते हैं। उन्होंने कहा कि कप्तान के लिए 'गो-टू बॉलर' बनना महत्वपूर्ण है और इसके लिए उन्हें हर स्थिति में तैयार रहना पड़ता है। उन्होंने चैंपियंस ट्रॉफी स्क्वाड में शामिल होने का उदाहरण दिया, जहाँ उन्हें लेग स्पिनर्स और फ्लिपर्स जैसे नए कौशल पर काम करना पड़ा। उन्होंने अपनी सबसे बड़ी ताकत के बारे में बताया कि "इट्स जस्ट दी दी ओवर स्पिन विच आई ट्राई टू बाउल विच इज़ काइंड ऑफ डिफ्रैंट फ्रॉम दी अदर रेस्ट ऑफ दी मिस्ट्री स्पिनर्स हू बोल्ड मोर साइड स्पिन सो आई थिंक दैट इज़ वर्किंग इन फेवर फ़ॉर मी एंड होपफुली इट कीप्स वर्किंग फ़ॉर मी।" उन्होंने भारत को खिताब जिताने में मदद की है और अपनी अनोखी 'ओवर स्पिन' से अन्य स्पिनरों से खुद को अलग साबित किया है।