वीमेंस प्रीमियर लीग 2023 (Women's Premier League) से ठीक पहले शुरू हुआ गुजरात जायंट्स (Gujarat Giants) और वेस्ट इंडीज की पूर्व क्रिकेटर डियांड्रा डॉटिन (Deandra Dottin) का फिटनेस के मसले पर विवाद जारी है. विंडीज क्रिकेटर ने अब विस्तार से पूरे मामले की जानकारी दी है और अदाणी स्पोर्ट्सलाइन के मालिकाना हक वाली गुजरात फ्रेंचाइज के दावों पर सवाल उठाए हैं. फ्रेंजाइज की ओर से कहा गया था कि डियांड्रा डॉटिन फिटनेस सर्टिफिकेट नहीं दे पाई इस वजह से वह टूर्नामेंट का हिस्सा नहीं बन सकीं. अब डॉटिन का कहना है कि कई सर्जन्स के कहने के बाद वह ट्रेनिंग शुरू कर चुकी थी लेकिन गुजरात फ्रेंजाइज ने दोबारा से उन्हें मेडिकल टेस्ट कराने और क्लीयरेंस लाने को कहा जिसके चलते वह नहीं खेल सकीं. उनका दावा है कि बाकी किसी खिलाड़ी से इस तरह का मेडिकल दस्तावेज नहीं मांगा गया.
डॉटिन को गुजरात ने ऑक्शन में 60 लाख रुपये में खरीदा था. बाद में उन्हें ऑस्ट्रेलिया की तेज गेंदबाज किम गार्थ ने रिप्लेस किया था. डॉटिन ऑलराउंडर हैं और उनकी पहचान ताबड़तोड़ बल्लेबाज की रही है. उन्होंने 20 मार्च को लंबा बयान सोशल मीडिया पर पोस्ट किया और बताया कि उनके टूर्नामेंट के बाहर होने से पहले क्या कुछ हुआ.
डॉटिन ने क्या कुछ बताया
डॉटिन ने बताया कि डब्ल्यूपीएल की शुरुआत के मौके पर गुजरात फ्रेंजाइज ने बताया कि वह एक मेडिकल सिचुएशन से गुजर रही है ऐसे में टीम से बाहर हैं. बाद में उन्होंने सफाई देते हुए कहा कि मेडिकल क्लीयरेंस नहीं मिलने की वजह से वह बाहर हुईं. बकौल डॉटिन, 'मैं यह साफ करना चाहूंगी कि मेरे पेट में हल्का दर्द और सूजन था जिसके लिए मैंने दिसंबर 2022 में इलाज कराया था. इसके बाद दिसंबर और जनवरी 2023 में स्पेशलिस्ट्स के पास गई ताकि उनकी राय भी ली जा सके. टेस्ट और जांच के बाद स्पेशलिस्ट ने 13 फरवरी तक आराम करने को कहा. 14 फरवरी से मुझे फिटनेस पर काम शुरू करने और खेल से जुड़ी गतिविधियों के लिए मंजूरी दे दी गई. फिर पहले दिन से ही मैंने ट्रेनिंग शुरू कर दी.'
डॉटिन ने आगे कहा, 'पहले दिन ट्रेनिंग के बाद शरीर के कुछ हिस्सों में दर्द था जो लाजमी था क्योंकि इससे पहले मैं आराम कर रही थी और यह मेरी ट्रेनिंग का पहला ही दिन था. मैंने गुजरात जायंट्स के फिजियो को इस बारे में बताया. लेकिन इसे गलत समझ लिया गया और फ्रेंजाइज के मैनेजमेंट को बताया गया कि मुझे पेट में दर्द हुआ. फ्रेंजाइज ने मुझसे कनाडा में ही किसी से जांच कराने को कहा जबकि 20 फरवरी को मेरा इलाज कर रहे सर्जन डॉक्टर इयान लुईस ने मुझे मेडिकल क्लीयरेंस दिया था और इसकी कॉपी मैंने जायंट्स को भेजी थी.'
तीन दिन में तीन मेल और तीन अलग-अलग बात
दाएं हाथ की इस बल्लेबाज का कहना है कि उन्हें गुजरात के फिजियो ने 26 फरवरी तक फिटनेस रिपोर्ट और ताजा स्कैन की कॉपी देने को कहा. अगर ऐसा नहीं होता है तब उन्हें डब्ल्यूपीएल के लिए अनफिट मान लिया जाएगा.
डॉटिन ने बताया, 'यह जानकारी मुझे 25 फरवरी को मिली और अगले ही दिन डेडलाइन थी. मेरे लिए यह सब इतनी जल्दी करना लगभग नामुमकिन था. 26 फरवरी को मेरे पास अदाणी स्पोर्ट्सलाइन के एक सीनियर मैनेजर का ईमेल आया जिसमें कहा गया कि मैं टीम का अभिन्न हिस्सा हूं और मुझे मजबूत भूमिका निभानी है. लेकिन मुझे नए स्कैन और रिपोर्ट 1 मार्च तक देनी होगी. 27 फरवरी को फिर से मेरे पास ईमेल आया जो अदाणी स्पोर्ट्सलाइन के प्रमुख का था. इसमें उन्होंने कहा कि वे अपनी तरफ से मेरे लिए प्राइवेट अस्पताल में अपॉइंटमेंट नहीं ले सके और वे अब मुझे रिप्लेस करने जा रहे हैं. मेरी जानकारी के अनुसार किसी और खिलाड़ी से इस तरह का मेडिकल क्लीयरेंस नहीं मांगा गया. यह भी समझ नहीं आया कि कई सर्जन की ओर से ट्रेनिंग शुरू करने की मंजूरी देने के बाद फ्रेंजाइज ने दोबारा मेडिकल टेस्टिंग के लिए जोर क्यों डाला.'
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