ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान माइकल क्लार्क ने कहा कि अगर विराट कोहली टेस्ट क्रिकेट से रिटायर होते हैं तो इससे भारत का काफी बड़ा नुकसान होगा. कोहली साल 2020 से टेस्ट क्रिकेट में ज्यादा खास नहीं कर पा रहे हैं. उनके आंकड़े हमेशा नीचे जा रहे हैं. ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ हाल ही में खत्म हुई 5 मैचों की टेस्ट सीरीज में विराट कोहली ने सिर्फ 190 रन ठोके. इस दौरान उनकी औसत 23.75 की थी और उनके बल्ले से सिर्फ एक शतक निकला.
क्लार्क ने सचिन से की तुलना
पर्थ टेस्ट में शतक ठोकने के बाद कोहली की सबसे बड़ी कमजोरी सामने आई जब वो लगातार हर मैच में बाहर जाती हुई गेंद पर आउट होते रहे. इसका नतीजा ये रहा कि पूर्व कप्तान अगली 7 पारियों में एक भी अर्धशतक नहीं ठोक पाया. विराट की खराब फॉर्म पर फैंस और क्रिकेट एक्सपर्ट्स ने खूब आलोचना की. लेकिन अब क्लार्क ने अलग राय दी है और कहा है कि कोहली को टेस्ट क्रिकेट से रिटायर नहीं होना चाहिए. अगर मैं उनकी टीम में होता तो उन्हें कभी ऐसा नहीं करने देता.
विराट कोहली को रिटायरमेंट नहीं लेनी चाहिए
माइकल क्लार्क ने बियॉन्ड23 क्रिकेट पॉडकास्ट में कहा कि, वो विराट कोहली है. वो कल ही दोहरा शतक ठोक सकता है. वो शानदार खिलाड़ी है और ये खिलाड़ी जब तक खेल रहा है उसे खेलने दो. अगर वो टेस्ट क्रिकेट से रिटायर हुआ तो यहां सिर्फ एक ही टीम की हार होगी और वो टीम इंडिया है. अगर मैं उस टीम का कप्तान होता जिसमें विराट कोहली खेलते तो मैं जरूर उनके लिए लड़ता.
क्लार्क ने आगे विराट कोहली और सचिन तेंदुलकर की भी तुलना की और कहा कि दोनों बल्लेबाज अलग हैं लेकिन दोनों शानदार खिलाड़ी हैं. सचिन विराट से अलग थे. कई लोग बीजीटी के दौरान कह रहे थे कि विराट को सचिन से सीखना चाहिए कि कैसे ऑफ स्टम्प की गेंद को छोड़ते हैं. लेकिन मुझे लगता है कि सचिन अलग थे और विराट अलग हैं. दोनों का खेलने का तरीका अलग है.
बता दें कि बीजीटी के बाद अब कोहली जून में होने वाली इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज में दिखेंगे. ऐसे में देखना होगा कि क्या कोहली आने वाले समय में रिटायर होते हैं या लंबा खेलते हैं. लेकिन हर फैन और पूर्व क्रिकेट एक्सपर्ट यही चाहता है कि विराट कोहली लगातार खेलते रहें. हालांकि अंतिम फैसला सेलेक्टर्स पर है.
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