ऑस्ट्रेलिया के पूर्व ऑलराउंडर शेन वॉटसन ने लगातार तीसरी बार ऑस्ट्रेलिया में बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी जीतने की भारत की उम्मीदों पर बात करते हुए चेतेश्वर पुजारा की कमी को नकारा है. वॉटसन ने इस बात पर प्रकाश डाला कि पुजारा ने 2018-18 और 2020-21 में भारत की ऐतिहासिक जीत में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. लेकिन उन्होंने यहां ये भी कहा कि भारत के पास नंबर 3 पर अधिक आक्रामक ऑप्शन के साथ जाने और ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजी आक्रमण पर अधिक दबाव डालने का विकल्प है. ऑस्ट्रेलिया में अपने पिछले शानदार प्रदर्शनों के बावजूद चेतेश्वर पुजारा के ऑस्ट्रेलिया दौरे के लिए भारत की टीम का हिस्सा होने की संभावना नहीं है. 103 टेस्ट के अनुभव वाले इस सीनियर बल्लेबाज को टेस्ट टीम में जगह नहीं मिली है, उन्होंने आखिरी बार जून 2023 में विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में भारत के लिए व्हाइट फॉर्मेट में खेला था. पुजारा विदेशी टेस्ट में भारत के लिए नंबर 3 पर एक दीवार थे उन्होंने 38.44 की औसत से 2999 रन बनाए है. विदेश में उन्होंने 8 शतक लगाए, जिनमें से तीन ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ ऑस्ट्रेलिया में आए. पुजारा ने ऑस्ट्रेलिया में 51.15 की औसत से 972 रन बनाए.
जायसवाल के पास है स्पेशल टैलेंट
पुजारा की गैरमौजूदगी में भारत ने शुभमन गिल को उतारा और युवा खिलाड़ी ने नंबर 3 पर अपना कब्जा जमाया. शुभमन गिल ने 12 टेस्ट मैच खेले हैं और नंबर 3 पर 782 रन बनाए हैं, जिसमें 3 शतक और दो अर्द्धशतक शामिल हैं. हालांकि, नंबर 3 पर गिल के विदेशी आंकड़े प्रभावशाली नहीं हैं. उन्होंने चार टेस्ट मैचों में 19 प्रति पारी की औसत से 119 रन हैं.
वॉटसन ने पुजारा को लेकर कहा कि, जब आप उनकी बात करते हैं तो वो कोई गलती नहीं करते. जबकि भारत के उस पोजिशन पर खेलने के लिए कई बल्लेबाज हैं. इसमें एक नाम यशस्वी जायसवाल का भी है. जायसवाल तेजी से रन बनाते हैं और उन्होंने भी अब तक गलती नहीं की है. वो विरोधी टीमों को गलती का मौका नहीं देते. अगर ऐसे बल्लेबाज ऑस्ट्रेलिया आते हैं और आक्रामक तरीके से खेलते हैं तो इससे ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों पर दबाव बनेगा.
वॉटसन ने आगे बताया कि भारत के पास जिस तरह के टैलेंटेड बल्लेबाज हैं इससे वो गेंदबाजों पर दबाव बना सकते हैं और बिना गलती किए तेजी से रन बना सकते हैं. वॉटसन ने कहा कि, ऑस्ट्रेलिया को उसी के घर पर चैलेंज मिल सकता है क्योंकि टीम इंडिया मजबूत है. आखिरी बार भारत ने यहां काफी अच्छा खेला था. ऐसे में पिछले दौरे का आत्मविश्वास है उनके पास.
बता दें कि बॉर्डर गावस्कर सीरीज की शुरुआत 22 नवंबर से पर्थ में होगी. 33 सालों के इतिहास में पहली बार ऐसा होगा जब सीरीज में 5 मैच खेले जाएंगे.