साउथ अफ्रीका के जिम्बाब्वे दौरे पर जब साउथ अफ्रीकी कप्तान टेम्बा बवुमा एक टेस्ट मैच में नहीं खेल सके तो ऑलराउंडर वियान मुल्डर को कप्तान चुना गया. अपने करियर के पहले ही टेस्ट मैच में जिम्बाब्वे के खिलाफ वियान मुल्डर जब 367 रन बनाकर खेल रहे तो सभी ये कयास लगाने लगे थे कि वो वेस्टइंडीज के दिग्गज बल्लेबाज ब्रायन लारा के 400 रनों के रिकॉर्ड को तोड़ सकते हैं. लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ और बतौर कप्तान मुल्डर ने पारी घोषित करने का ऐलान करके वर्ल्ड क्रिकेट को चौंका दिया. इस घटना पर अब साउथ अफ्रीकी कप्तान टेम्बा बवुमा ने बड़ा बयान दिया.
लोग हमेशा मुझसे पूछते हैं कि इस टीम में क्या है? मैं कहता हूं कि ये सुपरस्टार्स की टीम नहीं है. लेकिन कुछ ऐसे पल या मूमेंट होते हैं जो आपको आपकी टीम की वास्तविक झलक दिखा देते हैं. वही पल वियान मुल्डर एक युवा खिलाड़ी जो अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में अपनी पहचान बना रहा है, कार्यवाहक कप्तान के रूप में अपने पहले मैच में ही वर्ल्ड रिकॉर्ड तोड़ने का मौका बना लेता है और ऐसा फैसला लेने में सक्षम होता है. मेरे लिए यही चीज दर्शाती है कि टीम क्या है.
बवूमा ने आगे कहा,
मैं भी उस समय ज़िम्बाब्वे में ही था जब वियान और कोच [शुकरी कॉनराड] ने यह फ़ैसला लिया था. मुझे लगता है कि उन्हें न सिर्फ़ हम खिलाड़ियों से, बल्कि क्रिकेट जगत से भी काफ़ी सम्मान मिलता. ये कहना आसान है कि आप टीम को सबसे पहले रखते हैं लेकिन अहम बात यह है कि जब ऐसी स्थिति आपके सामने हो तो आप असल में क्या करते हैं? वही मायने रखता है.
साउथ अफ्रीका के वियान मुल्डर की बात करें तो जिम्बाब्वे दौरे के दूसरे टेस्ट मैच में उनको कप्तानी करने का का मौका मिला. मुल्डर ने नंबर तीन पर बल्लेबाजी करते हुए 334 गेंदों में 49 चौके और चार छक्के से 367 रन की नाबाद पारी खेली और बिना आउट हुए उन्होंने पारी घोषित करने का ऐलान कर दिया. यानी उन्होंने ब्रायन लारा के 400 रनों के वर्ल्ड रिकॉर्ड को पाना नहीं चाहा. जिसके चलते दुनिया भर में मुल्डर के इस फैसले की चर्चा अभी तक होती आ रही है. वहीं साउथ अफ्रीका ने 626 पर पहली पारी घोषित करके मैच को 236 रन से अपने नाम कर लिया था.
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