कतर में जारी फीफा वर्ल्ड कप 2022 (FIFA World Cup 2022) के ग्रुप ए मैच में खलीफा स्टेडियम में इक्वाडोर (Ecuador vs Netherlands) की टीम ने नीदरलैंड्स पर पूरे मैच के दौरान ताबड़तोड़ हमले किए. इसका आलम यह रहा कि इक्वाडोर ने पूरे मैच के दौरान 15 शॉट्स लगाए और चार शॉट्स टारगेट में भी गए. मगर उन्हें सिर्फ एक गोल मिला. वहीं नीदरलैंड्स की टीम पूरे मैच में बैकफुट पर होते हुए भी हार से बच गई. उनकी टीम सिर्फ दो बार ही इक्वाडोर के डिफेंस में सेंध लगाकर शॉट्स लगा सकी. जिसमें एक गोल हुआ. इसके साथ ही 1-1 से ड्रॉ होने के चलते 17 मैचों में ना हारने का नीदरलैंड्स का सिलसिला भी नहीं थमा. अब एक-एक अंक को बांटने के साथ नीदरलैंड्स और इक्केवाडोर के नाम दो मैचों में चार अंक हो गए हैं.
6 वें मिनट में ही दाग दिया गोल
कतर के खलीफा अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम पर जैसे ही किकऑफ हुआ नीदरलैंड्स के खिलाड़ियों ने बिना देरी किए मैच के 6वें मिनट में गोल से खाता खोला और साउथ अमेरिका से आने वाली इक्वाडोर इससे पहले कुछ समझ पाती. वह मैच में एक गोल से पीछे हो चुकी थी. नीदरलैंड्स के लिए मैच के शुरुआती 6वें मिनट में डेवी क्लासेन के पास पर 23 साल के स्ट्राइकर कोडी गैक्पो ने बायें पैर से बॉक्स के बाहर से गोल पोस्ट के बॉटम लेफ्ट कॉर्नर पर शानदार गोल दागा.
पहले हाफ में दो बार टूटा इक्वाडोर के फैंस का दिल
इस तरह नीदरलैंड्स के फैंस को मैदान में आते ही ख़ुशी से झुमने का मौका मिल गया. इस गोल के बाद इक्वाडोर के खिलाड़ियों ने वापसी करने की पूरी कोशिश जारी रखी और मैच के पहले हाफ के इंजुरी टाइम यानि (45'+3') मिनट में उनके खिलाड़ी परविस एस्तुपिनियन ने गोल दाग डाला. मगर उनके साथी खिलाड़ी जैक्सन पोरोजो ऑफ साइड दिशा में खड़े थे और वार के चलते गोल को अमान्य करार दे दिया गया. इस तरह पहले हाफ की शुरुआत और समाप्ति दोनों पर इक्वाडोर के फैंस का दिल टूट गया.
इक्वाडोर का पलटवार
मैच के पहले हाफ के अंतिम समय गोल को अमान्य करार दिए जाने के बाद दूसरे हाफ की शुरुआत में एक बार फिर से इक्वाडोर के खिलाड़ियों ने नीदरलैंड्स पर दबाव बनाया और उन्हें बैकफुट पर धकेला. इसका नतीजा यह रहा कि मैच के 49वें मिनट में परविस एस्तुपिनियन ने नीदरलैंड्स के डिफेंस में सेंध लगाते हुए तेज तर्रार शॉट मारा लेकिन नीदरलैंड्स के गोलकीपर एंड्रीज नोपर्ट ने अपने हाथ से गेंद को रोक लिया. हालांकि गेंद उनके दस्तानों में लगने के बाद सामने की दिशा में गई और वहां पर गोल करने की फिराक में मुस्तैद कप्तान एनर वालेंसिया ने गोल दागकर इक्वाडोर को बराबरी पर ला दिया. इस तरह फुटबॉल जगत में ऐसा पहली बार हुआ जब 6 लगातार गोल किसी खिलाड़ी ने अपने देश के लिए किए हैं. इससे पहले ये रिकॉर्ड पूर्तगाल के दिग्गज खिलाड़ी पाओलो रोसी के नाम था. जिन्होंने 1982 में ये कारनामा किया था. जबकि इसके बाद ओलेग सलेंको ने भी 1994 में ये करिश्मा रूस के लिए किया था.
रोनाल्डो और मेसी के मुकाम पर वालेंसिया
वहीं 5 मैचों में वालेंसिया का ये 6वां गोल था और इसके साथ ही वह रोनाल्डो और मेसी के क्लब में भी शामिल हो गए. साल 2014 से लेकर अभी तक फीफा वर्ल्ड कप के ग्रुप स्टेज मुकाबलों में सबसे अधिक 6 गोल करने के मामले में उन्होंने क्रिस्टियानो रोनाल्डो और लियोनल मेसी की बराबरी भी कर डाली. हालांकि 2014 फीफा वर्ल्ड कप के बाद वालेंसिया साल 2018 फीफा वर्ल्ड कप में नहीं खेले थे.
स्ट्रेचर से बाहर गया इक्वाडोर का कप्तान
वहीं बराबरी का गोल होने के बाद भी नीदरलैंड्स की टीम आक्रामक रवैया नहीं अपना सकी. जबकि इक्वाडोर के खिलाड़ियों ने मैच के अंत तक नीदरलैंड्स के डिफेंस में घुस कर तमाम शॉट्स मारे. हालांकि मैच के अंतिम समय के नजदीक 89वें मिनट में उसके लिए मैच में गोल करने वाले कप्तान वालेंसिया घुटने को पकड़ कर बैठ गए और उन्हें मैच से बाहर करने के लिए स्ट्रेचर मंगाया गया. इस तरह स्ट्रेचर से कप्तान वालेंसिया के बाहर जाते समय इक्वाडोर के फैंस की जीत की उम्मीदें भी बाहर जाती नजर आई. वालेंसिया के स्थान पर केविन रोड्रिगेज मैदान में आए लेकिन इसके बाद भी मैच में विजयी गोल किसी भी टीम से ना हो सका और अंत में यह मुकाबला 1-1 से ड्रॉ पर समाप्त हुआ.