भारत की सबसे फेमस फुटबॉल इंडियन सुपर लीग (ISL) में एक बड़ा बवाल देखने को मिला. गुरूवार रात को बेंगलुरु एफसी और केरल ब्लास्टर्स के बीच मैच खेला गया. इस मैच में सुनील छेत्री ने जैसे ही मैच के दौरान के गोल दागा उसके बाद विवाद खड़ा हो गया. जिससे नाराज होकर केरला की टीम ने मैदान छोड़ दिया और फिर वापस नहीं आई. इस कारण बेंगलुरु एफसी को मैच के अंत तक विजेता घोषित कर दिया और उनकी टीम सेमीफाइनल में पहुंच गई. जिसमे बेंगलुरु का सामना 7 मार्च मंगलवार को मुंबई सिटी एफसी से होगा.
छेत्री के गोल पर क्यों मचा बवाल ?
दरअसल, बेंगलुरु एफसी और करेला ब्लास्टर्स के बीच मैच खेला गया. इस मैच के 97वें मिनट में सुनील छेत्री ने फ्री किक पर गोल कर डाला. जिस पर करेला ब्लास्टर्स के खिलाड़ियों ने अपित्ति जताई. करेला के खिलाड़ियों का कहना था कि छेत्री के किक लेने से पहले वह पूरी तरह से तैयार नहीं हो सके थे. जिससे वह छेत्री के गोल को रोक भी नहीं सके. हालांकि छेत्री के गोल को मान्य करार दिया गया. इस पर केरल के कप्तान एड्रियन लूना ने गुस्से में आर्म बैंड फेंक दिया. जबकि केरल के मैंनेजर ने अपनी टीम को मैदान से वापस बुला लिया और इसके बाद मैच भी नहीं खेला जा सका. जिससे बेंगलुरु को अंत में विजेता घोषित करार दिया गया.
केरला को मिल सकती है बड़ी सजा
केरला ब्लास्टर्स की इसी हरकत पर अब माना जा रहा है कि लीग ऑथोरिटी के द्वारा उनकी टीम पर भारी प्रतिबन्ध या जुर्माना भी लग सकता है. वहीं मैच के बाद छेत्री ने कहा, "मैंने 22 साल के अपने फुटबॉल करियर में ऐसा पहले कभी नहीं देखा. ये विरोध करने का सही तरीका नहीं है. मैं हेमशा फ्री किक लेने से पहले रेफरी से पूछता हूं. अगर रेफरी अनुमति नहीं देता है तो ऐसा नहीं होता है. हालांकि दूसरी तरफ अभी तक केरला की तरफ से कोई भी आधिकारिक बयान नहीं आया है.
कोलकाता डर्बी में भी हुआ था ऐसा
बता दें कि साल 2012 में आई लीग के दौरान कोलकाता डर्बी मैच खेला जा रहा था. इस मैच में ईस्ट बंगाल के खिलाफ मोहान बगान के खिलाड़ी मैदान छोड़कर चले गए थे. जिससे नाराज ईस्ट बंगाल के फैंस ने मैदान पर पत्थरबाजी भी कर डाली थी.
ये भी पढ़ें :-