Pele : दूसरों के घर में काम करती थी मां, गरीबी में मोज़े से फुटबॉल बनाकर खेले पेले, जानें कैसे बने किंग

Pele : दूसरों के घर में काम करती थी मां, गरीबी में मोज़े से फुटबॉल बनाकर खेले पेले, जानें कैसे बने किंग

ब्राजील के महान खिलाड़ी और फुटबॉल जगत के किंग कहे जाने वाले पेले (Pele, Death) का गुरूवार रात को निधन हो गया. ऐसे में पेले के निधन की खबर के बाद से ही पूरा खेल जगत गमगीन हो चला है. ब्राजील की गरीब बस्ती में मोज़े और अखबार से फुटबॉल बनाकर खेलने वाले पेले इतने महान खिलाड़ी बनेंगे. इसकी किसी ने कल्पना भी नहीं की थी. ऐसे में पेले के निधन पर हम उनेक सफर पर नजर डालेंगे कि कैसे गरीबी सहित तमाम चुनौतियों को मात देकर पेले ने महान खिलाड़ी बनने का सफर तय किया.

मोजे और कपड़े से फुटबॉल बनाकर खेले पेले 
पेले की बात करें तो उनका जन्म ब्राजील में गरीबों की तंग बस्ती ट्रेस कोराकोस में 23 अक्टूबर 1940 को हुआ था. जहां पर शुरू से ही सभी बच्चे मोज़े, अखबार या फिर कपड़ों से फुटबॉल बनाकर खेलते थे. पेले भी इन्हें लड़कों में से एक थे और उन्होंने छोटी उम्र से ही फुटबॉल पर खेलना शुरू कर दिया था. पेले के पिता का नाम डोंडिन्हो था और वह खुद एक फुटबॉलर थे. जबकि पेले की मां डोना सेलेस्टे अरांतेस दूसरों के घर में साफ़ सफाई का काम करती थी. पेले के पिता फुटबॉल में ज्यादा आगे नहीं बढ़ सके तो गरीबी के कारण वह एक अस्पताल में सफाई कर्मी का काम करने लगे थे. हालांकि पेले ने गरीबी में ना रहने की कसम खा ली थी और इसको दूर करने के लिए फुटबॉल को गले लगा लिया.

पिता से सीखा फुटबॉल और बने वर्ल्ड चैंपियन 
ब्राजील की गलियों में फुटबॉल खेलना सबसे पहले पेले ने अपने पिता से सीखा. जो उनके पहले मेंटोर और कोच भी रहे थे. हालांकि दुनिया के पटल पर पेले को लाने श्रेय वाल्‍डेमर डी ब्रिटो को भी जाता है. जिन्होंने पहले ही कहा था कि ये लड़का आगे चलकर दुनिया का सबसे बेस्ट फुटबॉलर बनेगा. पेले ने 1956 में सबसे पहले ब्राजील के क्लब सांतोस में जगह बनाई और इसके एक साल बाद ही साल 1957 में पेले ने ब्राजील की अंतरराष्ट्रीय टीम में भी अपना नाम दर्ज कराया.  इसके बाद अगले साल 1958 में पेले ने 17 साल की उम्र में फीफा वर्ल्ड कप का डेब्यू मैच खेला फिर देखते ही देखते सबसे कम उम्र के वर्ल्ड चैंपियन भी बन गए. ब्राजील ने उस साल 1958 वर्ल्ड कप पर कब्ज़ा जमाया था. जिसके फाइनल में मेजबान ब्राजील ने स्‍वीडन को 5-2 से मात दी थी और पेले ने महामुकाब्ले में दो गोल भी दाग डाले थे.

 

1000 से अधिक गोल पेले ने किए 
पेले फुटबॉल जगत में एक हजार से अधिक गोल भी कर चुके हैं. पेले ने ब्राजील के कल्ब संतोस के लिए 1956 से 1974 के 1118 मैचों में 1087 गोल दागे थे. जबकि ब्राजील के लिए पेले ने 77 गोल किए और न्यूयॉर्क के कोसमोस में दो सीजन खेलते हुए उन्होंने 64 गोल किए थे. यही कारण है ना सिर्फ उन्हें फुटबॉल का महान खिलाड़ी बल्कि 'किंग पेले' के नाम से भी जाना जाता है.