भारतीय पुरुष हॉकी ने एशियन गेम्स 2023 का गोल्ड जीत लिया. उसने फाइनल में जापान को 5-1 से मात दी. भारत ने इस कामयाबी के जरिए पेरिस ओलिंपिक 2024 का कोटा भी हासिल कर लिया. भारत की ओर से कप्तान हरमनप्रीत सिंह ने दो, मनप्रीत, अमित रोहिदास और अभिषेक ने एक-एक गोल किया. भारतीय पुरुषों ने नौ साल बाद एशियन गेम्स में गोल्ड जीता है. इससे पहले भारत ने आखिरी बार 2014 में इंचियोन में स्वर्ण पदक हासिल किया था. भारतीय टीम ने कुल मिलाकर चौथी बार एशियन गेम्स गोल्ड अपने नाम किया है. 2023 से पहले उन्होंने 1966, 1998 और 2014 में स्वर्ण पदक जीता है.
फाइनल में मात खाने वाले जापान ने पिछली बार एशियन गेम्स में गोल्ड जीता था. भारत को पिछले एडिशन में ब्रॉन्ज मेडल से संतोष करना पड़ा था. लेकिन इस बार टीम इंडिया का खेल आला दर्जे का रहा. पूरे टूर्नामेंट में केवल तीन ही टीम उसके खिलाफ गोल कर सकीं. भारतीय पुरुष टीम ने इस बार एशियन गेम्स में 68 गोल किए और केवल नौ खाए. उसने इन खेलों में दूसरी बार जापान को पीटा है. फाइनल से पहले पूल चरण में भारत को 4-2 से जीत मिली थी. भारत की ओर से कुल 14 खिलाड़ियों ने इन खेलों में गोल किए. सबसे ज्यादा कप्तान हरमनप्रीत ने 13 गोल किए. उनके बाद मनदीप सिंह का नाम आता है जिन्होंने 11 गोल किए. इनके अलावा वरुण कुमार ने आठ, ललित उपाध्याय ने सात, अभिषेक ने सात, अमित रोहिदास ने पांच, शमशेर ने तीन और हार्दिक ने दो गोल किए.
भारत ने गोल्ड जीतने में की साउथ कोरिया की बराबरी
इस मुकाबले से पहले भारत और जापान का 2013 के बाद 27 बार सामना हुआ है जिसमें से 22 मैच भारत ने जीते जबकि जापान ने तीन मैच जीते और दो मैच ड्रॉ रहे. भारत अब साउथ कोरिया के साथ चार बार एशियन गेम्स पुरुष हॉकी में गोल्ड जीतने वाला देश है. रिकॉर्ड पाकिस्तान के नाम है जिसने आठ बार यह कमाल किया. भारतीय टीम ने एशियन गेम्स में पूल स्टेज में उज्बेकिस्तान को 16-0, सिंगापुर को 16-1, पाकिस्तान को 10-2, बांग्लादेश को 12-0 और जापान को 4-2 से हराया. सेमीफाइनल में उसने साउथ कोरिया को 5-3 से पीटा.
फाइनल में कैसा रहा जापान-भारत मैच
भारतीय पुरुष टीम अभी रैंकिंग में तीसरे नंबर पर है और एशिया में सबसे ऊपर है. फाइनल में भारत ने चैंपियन सा खेल दिखाया. पांचवें मिनट में पहला मौका मिला लेकिन ललित के पास को जापानी गोलची ताकुमी किटागावा ने बचा लिया. मैच की पहली पेनल्टी भारत ने ही हासिल की लेकिन हरमनप्रीत के फ्लिक को किटागावा ने बचा लिया. पहला क्वार्टर गोलरहित रहा. दूसरे में दो मिनट बाद भारत को फिर से पेनल्टी मिली लेकिन रोहिदास इसे भुना नहीं सके. भारत ने लगातार हमले जारी रखे और 25वें मिनट में मनप्रीत ने गोल दागकर भारत को आगे किया.
हाफ टाइम के बाद भारत ने लगातार तीन पेनल्टी कॉर्नर अर्जित किए और इस बार हरमनप्रीत ने तीसरी कोशिश में गोल पोस्ट को भेद दिया. इस तरह भारत 2-0 से आगे हो गया. कुछ मिनट बाद तीसरा गोल रोहिदास ने दागा. आखिरी क्वार्टर में अभिषेक ने भी गोल किया और भारत 4-0 से आगे हो गया. जब मैच में आखिरी 10 मिनट बचे थे तब जापान जागा और उसने लगातार दो पेनल्टी कॉर्नर हासिल किए. इनमें से एक पर सेरेन टनाका ने गोल किया. मगर हूटर बचने से एक मिनट पहले हरमनप्रीत ने पांचवां गोल कर जापान को पूरी तरह पस्त कर दिया.
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