एशियन गेम्स चैंपियन और टोक्यो ओलिंपिक की ब्रॉन्ज मेडलिस्ट भारतीय मैंस हॉकी टीम को पेरिस ओलिंपिक में सबसे मुश्किल पूल बी में रखा गया है. भारत के पूल में चार टीमें ओलिंपिक चैंपियन हैं. 8 बार की ओलिंपिक चैंपियन भारतीय टीम ने टोक्यो ने 41 साल के इंतजार के बाद ऐतिहासिक ब्रॉन्ज मेडल जीता था. इंटरनेशनल हॉकी फेडरेशन ने हॉकी ओलिंपिक क्वालिफायर खत्म होने के बाद सोमवार को मैंस और विमंस के पूल का ऐलान किया.
पेरिस ओलिंपिक में मैंस हॉकी की कुल 12 टीमों को दो ग्रुप में बांटा गया है. पेरिस ओलिंपिक में भारत को पूल बी में रखा गया है, जो सबसे मुश्किल पूल है. भारत के पूल में टोक्यो ओलिंपिक चैंपियन और वर्ल्ड कप नंबर दो बेल्जियम, 2004 ओलिंपिक चैंपियन ऑस्ट्रेलिया, 2016 रियो ओलिंपिक गोल्ड मेडलिस्ट अर्जेंटीना, 1976 ओलिंपिक चैंपियन न्यूजीलैंड और आयरलैंड की टीम है. भारतीय टीम की वर्ल्ड रैंकिंग तीन है.
तीन टीमें भारत का सिरदर्द
भारत नेदरलैंड्स और बेल्जियम के बाद तीसरे नंबर पर है. भारत के लिए पहले भी बेल्जियम, ऑस्ट्रेलिया और अर्जेंटीना को हराना मुश्किल रहा है. टोक्यो ओलिंपिक के सेमीफाइनल में भारत को बेल्जियम के हाथों हार का सामना करना पड़ा था. पूल ए में नेदरलैंड्स, जर्मनी, ग्रेट ब्रिटेन, स्पेन, फ्रांस और साउथ अफ्रीका को रखा गया है. विमंस हॉकी की बात करें तो पेरिस ओलिंपिक में भारत की महिला टीम चुनौती पेश नहीं करेगी.
महिला टीम क्वालिफाई करने से चूकीं
टोक्यो में चौथे स्थान पर रहने वाली भारतीय महिला टीम ओलिंपिक क्वालिफायर्स में टिकट हासिल करने से चूक गई थी. जापान के हाथों 0-1 से उसने ब्रॉन्ज मेडल मैच गंवा दिया था. जर्मनी, अमेरिका और जापान ने रांची में हुए ओलिंपिक क्वालिफायर्स से अपनी जगह पक्की की थी. मैंस और विमंस दोनों में हर पूल की टॉप चार टीमें क्वार्टर फाइनल में लिए क्वालिफाई करेगी. पेरिस ओलिंपिक का आयोजन 26 जुलाई से 11 अगस्त के बीच होगा. हॉकी के मुकाबले 27 जुलाई से शुरू होंगे, जो 9 अगस्त तक चलेंगे.
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