दो बार के ओलिंपिक मेडलिस्ट ललित उपाध्याय ने ओलिंपिक डे के पर इंटरनेशनल हॉकी से संन्यास की घोषणा कर दी है. हालांकि वह अपनी घरेलू टीम और यूपी पुलिस के लिए खेलना जारी रखेंगे. एफआईएच प्रो लीग सीजन में भारत की बेल्जियम पर 43 से जीत के बाद उन्होंने सोशल मीडिया पर एक इमोशनल पोस्ट शेयर करने संन्यास का ऐलान किया. उन्होंने लिखा-
सफर सीमित संसाधन के साथ, लेकिन असीमित सपनों के साथ एक छोटे से गांव से शुरू हुई थी. स्टिंग ऑपरेशन से ओलिंपिक पोडियम पर खड़े होना, ना सिर्फ एक बार, बल्कि दो बार, यह चैलेंज और हमेशा याद रहने वाला गर्व रहा. 26 साल बाद अपने शहर से ओलिंपियन बनना कुछ ऐसा है, जिसे मैं हमेशा अपने साथ रखूंगा. मैं अपने परिवार का आभारी हूं, जिन्होंने जिंदगी के हर मोड़ पर मेरे साथ खड़े रहे. मेरे पहले कोच परमानंद मिश्रा का भी, जिन्होंने मुझे हॉकी से मिलाया और मुझे तैयार किया.
ललित का प्रदर्शन
काशी के भगतपुर गांव के रहने वाले 31 साल के ललित तीन हॉकी विश्व कप में हिस्सा लेने वाले उत्तर प्रदेश के दूसरे खिलाड़ी बन गए हैं. उनसे पहले सिर्फ अशोक ध्यानचंद ने चार विश्व कप खेले थे. भारतीय हॉकी टीम के स्टार फॉरवर्ड ललित 2020 टोक्यो ओलिंपिक में भारत के ब्रॉन्ज मेडल जीत में अहम भूमिका निभाई थी.
उत्तर प्रदेश पुलिस में पुलिस उपाधीक्षक (डीएसपी) के रूप में कार्यरत ललित का हॉकी करियर शानदार है. उन्होंने दो ओलिंपिक टोक्यो 2020 और पेरिस 2024 में भारत का प्रतिनिधित्व किया और दोनों में ही ब्रॉन्ज मेडल जीते. उन्होंने दो कॉमनवेल्थ गेम्स 2018 गोल्ड कोस्ट और 2022 बर्मिंघम में भी हिस्सा लिया. बर्मिघम में भारत ने सिल्वर मेडल जीता था. इसके अलावा वह तीन वर्ल्ड कप और दो एशियन गेम्स खेले, जिसमें दो गोल्ड और एक ब्रॉन्ज मेडल हासिल किया.