प्रो कबड्डी लीग के क्या हैं नियम, कितने मिनट का होता है खेल? इस खबर में हर सवाल का जवाब

प्रो कबड्डी लीग के क्या हैं नियम, कितने मिनट का होता है खेल? इस खबर में हर सवाल का जवाब

नई दिल्ली। कबड्डी के खेल और उसके नियम से तो सभी वाकिफ होंगे क्योंकि यह खेल ही भारतीयों का है. लेकिन बात जब प्रो कबड्डी लीग की आती है तो इसमें थोड़े बदलाव देखने को मिलते हैं. यही कारण है कि 22 दिसंबर से शुरू होने वाली देश में आईपीएल के बाद दूसरी सबसे लोकप्रिय प्रो कबड्डी लीग (पीकेएल) के नियम के बारे में हम आपको बतायेंगे. कैसे खेलते जाते हैं प्रो कबड्डी लीग के मैच और क्या है उसके नियम? चलिए डालते हैं सभी नियमों पर एक नजर:-

कितने मिनट का होता है मैच 
प्रोकबड्डी का मैच करीब 40 से अधिक मिनट तक खेला जाता है. जिसमें 20-20 मिनट के दो हाफ होते हैं. हर एक टीम में 12 खिलाड़ी होते हैं और इन्हीं में से  5-5  खिलाड़ी सबस्टीट्यूट के तौरपर इस्स्तेमाल किए जाते हैं. जबकि टीम में एक समय 7-7 खिलाड़ी खेलते हुए नजर आते हैं. इसके अलावा पहले हाफ के बाद कोर्ट भी बदला जाता है और रेफरी के फैसले को चैलेंज करने के लिए टीम को एक रिव्यु भी दिया जाता है.

क्या होती है सुपर रेड 
कबड्डी के खेल में सभी जानते हैं कि हर एक खिलाड़ी की चाहत विरोधी टीम के अधिक से अधिक खिलाड़ियों को आउट करने की चाहत होती है. जिसे हम रेड कहते हैं. ऐसे में कोई खिलाड़ी जब विरोधी टीम के तीन या उससे अधिक खिलाड़ियों को आउट कर देता है तो उसे सुपर रेड कहा जाता है. इसके अलावा अगर दो डिफेंडर्स को आउट करता है तो उसे भी सुपर रेड की कैटेगरी में रखा जाता है. इसके अलावा रेड करने वाले खिलाड़ी को रेडर कहा जाता है.

 

बोनस
कबड्डी के मैदान में पीछे वाली लाइन को बोनस लाइन कहते हैं. ऐसे में रेडर का पैर जब बोनस लाइन के पार जाता है तो उसे बोनस अंक मिलता है. हालांकि यह अंक तभी दिया जाता है जब दूसरी टीम के न्यूनतम 6 खिलाड़ी मैदान पर उपस्थित हो.

 

सुपर टैकल 
डिफेंस करने वाली टीम में 3 या उससे कम खिलाड़ी होते हुए भी वो रेडर को आउट करने में सफल रहते हैं.  ऐसे में सुपर टैकल कहा जाता है.

 

डू और डाई रेड 
कबड्डी के खेल में किसी टीम के खिलाड़ी के लिए सबसे शर्मनाक पल डू और डाई रेड का होता है. जिस नियम के अंतर्गत अगर कोई टीम का खिलाड़ी दो रेड में कोई अंक हासिल नहीं कर पाता है तो तीसरी बार उसकी रेड डू और डाई रेड कहलाती है. इसमें अगर वह अंक नहें अर्जित कर पाटा है तो रेडर खुद ही आउट हो जाता है.

 

सुपर 10
एक मैच में जब किसी रेडर को टच और बोनस के कुल 10 या उससे ज्यादा पॉइंट मिलते है, तो यह सुपर 10 कहलाता है.