अफगानिस्तान के टॉप ऑर्डर बल्लेबाज इहसानुल्लाह जनत को क्रिकेट से बैन कर दिया गया है. उनपर 5 साल का बैन लगाया गया है. उनपर भ्रष्ट गतिविधियों को लेकर बड़े आरोप लगे हैं. ये सबकुछ तब हुआ जब उन्होंने इस साल काबुल प्रीमियर लीग में हिस्सा लिया था.
एसीबी ने किया सबकुछ साफ
अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने एक बयान में कहा कि ने, "जनत को आईसीसी भ्रष्टाचार निरोधक संहिता के अनुच्छेद 2.1.1 का उल्लंघन करने का दोषी पाया गया, जिसमें मैच के परिणाम, कंडक्ट, आचरण या किसी अन्य पहलू को ठीक करने के लिए अनुचित प्रभाव या प्रयास शामिल हैं." "इस उल्लंघन के मद्देनजर, उन्हें क्रिकेट से जुड़ी सभी गतिविधियों से पांच साल का प्रतिबंध लगाया गया है. जनत ने आरोपों को स्वीकार कर लिया है और भ्रष्ट गतिविधियों में शामिल होने के बात मान ली है.
एसीबी की प्रेस रिलीज ने पुष्टि की है कि बोर्ड तीन अन्य खिलाड़ियों के इसमें शामिल होने के लेकर जांच कर रहा है. बयान में कहा गया है, "एसीबी की भ्रष्टाचार निरोधक इकाई (एसीयू) ने खुलासा किया है कि तीन अन्य खिलाड़ी भी मैच फिक्सिंग में हो सकते हैं जिसकी फिलहाल जांच चल रही है. ऐसे में अगर उनपर आरोप सही साबित होते हैं तो उनपर भी एक्शन लिया जाएगा.
करियर
26 साल का खिलाड़ी काबुल प्रीमियर लीग में शमशाबाद ईगल्स के लिए खेलता है. ऐसे में उन्होंने इस साल की लीग में खेले गए 4 मैचों में कुल 72 रन बनाए थे. वहीं जनत ने कुल 3 टेस्ट, 16 वनडे और एक टी20 खेला है. जनत अफगानिस्तान क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान नवरोज मंगल के भाई हैं. उन्होंने अपना आखिरी इंटरनेशनल मैच जिम्बाब्वे के खिलाफ खेला था.
बता दें कि अफगानिस्तान क्रिकेट टीम ने कमाल का खेल दिखाया है. लेकिन टीम ऑफ फील्ड विवादों में काफी नजर आती है. इहसानुल्लाह ने अपना आखिरी वनडे बांग्लादेश के खिलाफ साल 2018 में खेला था. वहीं उन्होंने आखिरी टेस्ट वेस्टइंडीज के खिलाफ 2019 में खेला था. इसके अलावा उन्होंने सबसे पहले अफगानिस्तान टीम में साल 2017 में जगह बनाई थी.
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