शूटिंग रेंज में प्रैक्टिस करते समय उजड़ी जिंदगी, छह महीने तक नहीं उठाई पिस्टल, अब भाई की मौत के 668 दिन बाद मनीष ने जीती दुनिया
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मनीष नरवाल ने पेरिस पैरालिंपिक में सिल्वर जीता
मनीष शूटिंग फैमिली ताल्लुक रखते हैं
मनीष नरवाल ने बीते दिन भारत की झोली में पेरिस पैरालिंपिक का सिल्वर मेडल डाला. उन्होंने मेंस 10 मीटर एयर पिस्ट (एसएच 1) में सिल्वर अपने नाम किया. मनीष ने ये मेडल अपने बड़े भाई मंजीत को समर्पित किया, जो अब इस दुनिया में नहीं हैं. मनीष के बड़े भाई मंजीत का दो साल पहले रोड़ एक्सीडेंट में निधन हो गया था. भाई की मौत से मनीष को बहुत गहरा सदमा लगा था. वो उनके बहुत करीब थे. इस सदमे के कारण मनीष ने करीब छह महीने तक अपनी पिस्टल नहीं उठाई. उन्हें संभलने में कई महीने लग गए, मगर इस दर्द को हराकर मनीष ने दुनिया जीत ली.
इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार मनीष के पिता दिलबाग ने कहा-
एक नवंबर 2022 से आज तक 668 दिनों में मनीष हर रोज अपने भाई को याद करता है. मनीष को वापस अपनी गन उठाने में छह महीने लग गए थे. मनीष का पैरालिंपिक मेडल मंजीत के लिए है. मंजीत स्वर्ग से चीयर कर रहे होंगे.
नवंबर 2022 में जब मनीष शूटिंग रेंज में प्रैक्टिस कर रहे थे, उसी दौरान उनकी जिंदगी उजड़ गई थी. उसी दौरान मंजीत की कार और एक वाटर टैंकर में जबरदस्त टक्कर हो गई, जिसमें मंजीत की मौत हो गई थी.
मनीष निशानेबाजों के परिवार से ताल्लुक रखते हैं. उनके छोटे भाई शिव नरवाल एशियन गेम्स मिक्सड टीम गोल्ड मेडलिसट हैं, जबकि उनकी बहन शिखा भी निशानेबाज हैं.
मनीष फाइनल में गोल्ड के काफी करीब थे, मगर 2.5 पॉइंट के अंतर से गोल्ड से चूक गए थे. उन्होंने 234.9 का स्कोर किया. जबकि 237.4 के स्कोर के साथ कोरिया के जियोंग जो ने गोल्ड जीता.
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