Paris Olympic 2024 : पेरिस ओलिंपिक में भारतीय बॉक्सिंग के लिए 30 जुलाई का दिन कुछ ख़ास नहीं रहा. बॉक्सिंग में भारत को दोहरा झटका लगा और अमित पंघाल जैसे धाकड़ बॉक्सर के पहले राउंड में ढेर होने के बाद अब महिला बॉक्सिंग में जैस्मीन के हाथ भी निराशा लगी. जैस्मीन का पहला मुकाबला 2020 टोक्यो ओलिंपिक की सिल्वर मेडलिस्ट नैशटी पितेशो से हुआ. फिलीपींस की नैशटी ने जैस्मीन पर जमकर पंच बरसाए और 5-0 से धमाकेदार जीत के साथ आगाज किया.
जैस्मीन को पहले मैच में मिली हार
57 किग्रा की बॉक्सिंग स्पर्धा में भारत की जैस्मीन फिलीपींस की नैशटी पितेशो के सामने रिंग में नहीं टिक सकी. नैशटी ने हर एक राउंड में उनके सामने जोरदार पंच लगाए और जैस्मीन को ज्यादा पंच जड़ने का मौका नहीं दिया. जिससे जैस्मीन को हर एक राउंड में हार मिली और उन्हें अपने करियर के पहले ओलिंपिक मैच में 0-5 से हार का सामना करना पड़ा.
जैस्मीन के परदादा भी थे चैंपियन
जैस्मीन की बात करें तो उन्हें बॉक्सिंग अपने परिवार से विरासत में मिली. जैस्मीन के परदादा हवा सिंह ने साल 1966 और 1970 में लगातार एशियन गेम्स में गोल्ड मेडल जीता था और ऐसा करने वाले वह भारत के पहले बॉक्सर बने थे. इसके अलावा जैस्मीन के अंकल भी राष्ट्रीय स्तर तक एक मुक्केबाज रहे. इस तरह मुक्केबाजों से भरे परिवार में रहते हुए जैस्मीन ने अपने सफर की शुरुआत की लेकिन 2022 कॉमनवेल्थ गेम्स में कांस्य पदक जीतने वाल जैस्मीन ओलिंपिक गेम्स में मेडल जीतने का सपना इस बार पूरा नहीं कर सकी.
अमित पंघाल भी पहले राउंड से हुए बाहर
वहीं जैस्मीन के आलावा 2019 वर्ल्ड चैंपियनशिप में भारत के लिए सिल्वर मेडल जीतने वाले अमित पंघाल जब पेरिस ओलिंपिक की रिंग में उतरे तो रंग में नजर नहीं आए.जाम्बिया के पैट्रिक चिन्येम्बा ने जोरदार पंच बरसाकर उन्हें 4-1 से हराया. इसके साथ ही पंघाल का भी सफर समाप्त राउंड ऑफ़-16 से समाप्त हुआ.
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