Paris Olympic 2024 : पूरी दुनिया इस समय ओलिंपिक खेलों के रंग में डूबी हुई है. ओलिंपिक का आगाज 26 जुलाई को हुआ था और इसके बाद से सभी देश अधिक से अधिक मेडल हासिल करने की कवायद में जुटे हुए हैं. जिसमें गोल्ड, सिल्वर और कांस्य पदक शामिल हैं. ऐसे में चलिए जानते हैं कि हर एक एथलीट के सपने गोल्ड मेडल की क्या है कीमत और उसमें कितने प्रतिशत तक गोल्ड होता है.
सिर्फ छह ग्राम होता है सोना
ओलिंपिक के गोल्ड मेडल की बात करें तो वह 529 ग्राम का होता है. जिसमें सिर्फ छह ग्राम हो सोना होता है.यानि टोटल मेटल का सिर्फ 1.3 प्रतिशत ही सोना होता है. जबकि इसके अलावा बाकी पूरा मेडल सिल्वर का होता है. गोल्ड का जो हिस्सा होता है, वह मेडल के सामने की तरफ प्लेट में होता है.
1912 तक मिलता था सोने से बना गोल्ड मेडल
साल 1912 के स्टॉकहोम ओलिंपिक गेम्स तक गोल्ड मेडल लगभग पूरी तरह से सोने से बने होते थे. लेकिन प्रथम विश्व युद्ध के बाद की पैसे बचाने वाली नीतियों के चलते साल 1920 एंटवर्प ओलिंपिक से मेडल में सोने की मात्रा कम हो गई.
सिल्वर और कांस्य पदक कैसे बनते हैं ?
ओलिंपिक खेलों में सिल्वर मेडल अभी तक पूरी तरह चांदी से बना होता है, जबकि कांस्य पदक तांबा, टिन और जस्ता जैसी धातुओं से मिलकर बना होता है.
गोल्ड मेडल की कीमत
ओलिंपिक में इस्तेमाल होने वाले गोल्ड मेडल की कीमत के बारे में बात करें तो ऑक्सफोर्ड इकॉनोमिक के अनुसार इसकी कीमत 950 यूरो यानि भारतीय करेंसी में करीब 86 हजार रुपये है.
पेरिस ओलिंपिक के मेडल्स में क्या है ख़ास ?
वहीं पेरिस ओलिंपिक में दिए जाने वाले मेडल्स को बात करें तो इनकी कीमत आगामी भविष्य में काफी अधिक बढ़ सकती है. क्योंकि इन मेडल्स में पेरिस के फेमस एफल टॉवर के लोहे का एक टुकड़ा भी अंकित किया गया है.
ये भी पढ़ें :-