पाकिस्तान पेरिस ओलिंपिक 2024 की अंक तालिका में भारत से नीचे रहेगा. पाकिस्तान ने इन खेलों में केवल एक मेडल जीता है जबकि भारत के नाम पांच पदक हैं. दरअसल ऐसा इसलिए होगा क्योंकि भारत को अभी तक कोई गोल्ड नहीं मिला जबकि पाकिस्तान को मिल गया. उसके लिए अरशद नदीम ने पुरुषों की जैवलिन स्पर्धा में सोना जीता. उन्होंने ओलिंपिक रिकॉर्ड तोड़ते हुए 92.97 मीटर थ्रो किया. यह पाकिस्तान का ओलिंपिक इतिहास में पहला व्यक्तिगत गोल्ड रहा. साथ ही 1992 के बाद पहली बार कोई ओलिंपिक मेडल मिला. भारत के नीरज चोपड़ा को जैवलिन थ्रो में रजत पदक मिला. उन्होंने 89.45 मीटर थ्रो किया. यह पेरिस ओलिंपिक में भारत का पहला सिल्वर मेडल रहा. इससे पहले भारतीय एथलीट्स ने चार ब्रॉन्ज जीते थे.
ओलिंपिक मेडल टैली में हमेशा गोल्ड मेडल जीतने वाला देश ऊपर रहा है. पाकिस्तान के पास एक स्वर्ण पदक है जबकि भारत के पास नहीं है. इस वजह से भारत पदक तालिका में नीचे रहेगा. अभी अंक तालिका में पाकिस्तान 57वें नंबर पर है जबकि भारत 63वें पायदान पर है. पाकिस्तान पेरिस में गोल्ड जीतने वाला 58वां देश है. पदक तालिका में सबसे ऊपर अमेरिका है जिसने अभी तक पेरिस में 30 गोल्ड समेत कुल 103 मेडल जीत हैं. चीन 28 गोल्ड और 72 पदक के साथ दूसरे नंबर पर है जबकि ऑस्ट्रेलिया 18 गोल्ड के साथ तीसरे पायदान पर है.
पाकिस्तान ने पेरिस ओलिंपिक से पहले जीते थे 10 मेडल
पेरिस ओलिंपिक से पहले पाकिस्तान के पास ओलिंपिक में कुल 10 मेडल थे जिनमें से तीन गोल्ड थे. ये तीनों गोल्ड पाकिस्तानी हॉकी टीम ने जीते थे. इसके अलावा पाकिस्तान को तीन सिल्वर और चार ब्रॉन्ज भी मिले थे. इनमें से दो कांस्य उसे व्यक्तिगत स्पर्धा में मिले थे. 1956 में मोहम्मद बशीर ने कुश्ती और 1988 में हुसैन शाह ने बॉक्सिंग में कांस्य हासिल किए थे.
पेरिस गए थे सात पाकिस्तानी
पेरिस ओलिंपिक के लिए पाकिस्तान के केवल सात एथलीट ही क्वालीफाई कर पाए थे. इनमें से छह को मेडल नहीं मिला लेकिन अरशद ने सबकी भरपाई कर दी. भारत की बात करें तो उसके 117 एथलीट पेरिस गए. नीरज से पहले मनु भाकर, स्वप्निल कुसाले, भारतीय हॉकी टीम ने कांस्य हासिल किया. मनु ने सरबजोत सिंह के साथ मिलकर भी एक कांस्य जीता था.
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