Paris Olympic: विनेश फोगाट ने असंभव को किया संभव! चार बार की वर्ल्ड चैंपियन और टोक्यो ओलिंपिक मेडलिस्ट को आखिरी 15 सैकंड में धूल चटाई

Paris Olympic: विनेश फोगाट ने असंभव को किया संभव! चार बार की वर्ल्ड चैंपियन और टोक्यो ओलिंपिक मेडलिस्ट को आखिरी 15 सैकंड में धूल चटाई
विनेश फोगाट ने पेरिस ओलिंपिक के क्वार्टर फाइनल में जगह बनाई.

Highlights:

विनेश फोगाट पेरिस ओलिंपिक में 50 किलो कैटेगरी में हिस्सा ले रही हैं.

विनेश फोगाट ने जापान की युई सुसाकी को प्री क्वार्टर फाइनल में हराया.

भारतीय महिला पहलवान विनेश फोगाट ने पेरिस ओलिंपिक 2024 में कमाल की शुरुआत करते हुए क्वार्टर फाइनल में जगह बना ली. उन्होंने महिलाओं की 50 किलो कैटेगरी में जापान की युई सुसाकी को 3-2 से हरा दिया. यह सुसाकी के इंटरनेशनल करियर की पहली हार है. इससे पहले उन्होंने 82 मैच अंतरराष्ट्रीय स्तर पर जीते थे. सुसाकी चार बार की वर्ल्ड चैंपियन और टोक्यो ओलिंपिक की गोल्ड मेडलिस्ट हैं. उन्होंने पिछले ओलिंपिक में बिना कोई पॉइंट गंवाए सोना जीता था. वह अभी नंबर एक थी. लेकिन विनेश ने पेरिस में उनकी दाल नहीं गलने दी. उन्होंने शुरुआत में डिफेंस पर जोर दिया और किसी तरह का अटैक नहीं किया. इससे उन्हें दो पॉइंट गंवाने पड़े. लेकिन आखिरी 15 सैकेंड में उन्होंने हमला करते हुए जापानी पहलवान को गिरा दिया. इससे उन्हें दो अंक मिले. साथ ही अटैक करने का एक पॉइंट भी लिया.

 

विनेश का यह तीसरा ओलिंपिक है. 2016 में वह घुटने में चोट की वजह से क्वार्टर फाइनल में हार गई थी. वहीं 2021 टोक्यो ओलिंपिक में भी उन्हें क्वार्टर फाइनल में ही शिकस्त झेलनी पड़ी. तब उन्होंने 53 किलो कैटेगरी में हिस्सा लिया था. पिछले दो साल विनेश के लिए काफी मुश्किल रहे. वह भारतीय कुश्ती महासंघ के पूर्व मुखिया ब्रजभूषण शरण सिंह के खिलाफ प्रदर्शन का प्रमुख चेहरा थी. सिंह पर महिला पहलवानों के साथ यौन शोषण का आरोप है. विनेश ने बजरंग पूनिया और साक्षी मलिक के साथ मिलकर प्रदर्शन का नेतृत्व किया था. इस दौरान कई दिनों तक वह सड़क पर सोईं और उन्हें पुलिस की मारपीट भी सहनी पड़ी.

 

 

 

कौन हैं युई सुसाकी


25 साल की इस जापानी पहलवान ने 2017 से 2023 तक चार बार वर्ल्ड चैंपियनशिप जीती है. साथ ही जूनियर स्तर से भी लगातार कामयाबी हासिल करती आई हैं. उन्होंने विनेश के खिलाफ मैच से पहले 2010 से लेकर अभी तक केवल पांच ही मैच गंवाए थे. टोक्यो ओलिंपिक में सुसाकी ने गोल्ड मेडल जीतने के सफर में एक भी पॉइंट अपने विरोधियों को नहीं दिए थे. तब उन्होंने सभी मैच तकनीकी सर्वोच्चता के तहत जीते थे. 

 

ये भी पढ़ें
 Paris Olympic के गोल्ड मेडलिस्ट नोवाक जोकोविच ने जब डेढ़ साल बाद चखा चॉकलेट का स्वाद, बोले- यह है नंबर 1 बनने की कीमत
पाकिस्‍तानी दिग्‍गज ने भारतीय हॉकी टीम को दिया जर्मनी पर जीत का फॉर्मूला, जोश बढ़ाते हुए कहा- विनर की तरह खेलो और गोल्‍ड आपका ही है
भारतीय टेबल टेनिस टीम Paris Olympics से बाहर, शरत कमल की सेना को चीन ने दिया करारा झटका