भारत साल 1900 से ओलिंपिक में अपनी चुनौती पेश कर रहा हैं. ओलिंपिक खेलों में अपने डेब्यू में भारत ने दो मेडल जीते थे और उसका सबसे अच्छा प्रदर्शन टोक्यो ओलिंपिक्स 2020 में रहा था, तब भारत को कुल सात मेडल मिले थे, जिनमें एक गोल्ड भी था. भारत ने तीन बार 1904, 1908 और 1912 के ओलिंपिक खेलों में भाग नहीं लिया. लेकिन 1920 से वह लगातार इनमें शामिल हो रहा है. देश ने नाम अभी तक कुल 35 पदक हैं. इनमें 10 गोल्ड, नौ सिल्वर और 16 ब्रॉन्ज मेडल शामिल रहे हैं.
देश के पास हॉकी में सबसे ज्यादा 12 मेडल है. उसके बाद रेसलिंग का नाम आता है, जिसमें सात मेडल आए हैं. हॉकी में ही भारत ने सबसे ज्यादा आठ गोल्ड अपने नाम किए हैं. इनके अलावा शूटिंग और एथलेटिक्स में एक-एक बार सोने का तमगा आया. भारतीय खिलाड़ियों ने अभी तक ओलिंपिक्स में कुल आठ खेलों में मेडल जीते.
भारत के 35 में से 12 मेडल टीम स्पर्धा में आए
भारत के ओलिंपिक मेडल विजेताओं की पूरी लिस्ट
खिलाड़ी/टीम | मेडल | स्पर्धा | ओलिंपिक |
नॉर्मन प्रिचार्ड | सिल्वर | एथलेटिक्स | पेरिस 1900 |
नॉर्मन प्रिचार्ड | सिल्वर | एथलेटिक्स | पेरिस 1900 |
भारतीय पुरुष हॉकी टीम | स्वर्ण | हॉकी | एम्सटर्डम 1928 |
भारतीय पुरुष हॉकी टीम | स्वर्ण | हॉकी | लॉस एंजिल्स 1932 |
भारतीय पुरुष हॉकी टीम | स्वर्ण | हॉकी | बर्लिन 1936 |
भारतीय पुरुष हॉकी टीम | स्वर्ण | हॉकी | लंदन 1948 |
भारतीय पुरुष हॉकी टीम | स्वर्ण | हॉकी | हेलंसिकी 1952 |
केडी जाधव | कांस्य | कुश्ती | हेलंसिकी 1952 |
भारतीय पुरुष हॉकी टीम | स्वर्ण | हॉकी | मेलबर्न 1956 |
भारतीय पुरुष हॉकी टीम | रजत | हॉकी | रोम 1960 |
भारतीय पुरुष हॉकी टीम | स्वर्ण | हॉकी | टोक्यो 1964 |
भारतीय पुरुष हॉकी टीम | कांस्य | हॉकी | मैक्सिको सिटी 1968 |
भारतीय पुरुष हॉकी टीम | कांस्य | हॉकी | म्यूनिख 1972 |
भारतीय पुरुष हॉकी टीम | स्वर्ण | हॉकी | मॉस्को 1980 |
लिएंडर पेस | कांस्य | टेनिस | अटलांटा 1996 |
कर्णम मल्लेश्वरी | कांस्य | भारोतोलन | सिडनी 2000 |
राज्यवर्धन सिंह राठौड़ | रजत | निशानेबाजी | एथेंस 2004 |
अभिनव बिंद्रा | स्वर्ण | निशानेबाजी | बीजिंग 2008 |
विजेंदर सिंह | कांस्य | मुक्केबाजी | बीजिंग 2008 |
सुशील कुमार | कांस्य | कुश्ती | बीजिंग 2008 |
विजय कुमार | रजत | निशानेबाजी | लंदन 2012 |
साइना नेहवाल | कांस्य | बैडमिंटन | लंदन 2012 |
एमसी मेरी कॉम | कांस्य | मुक्केबाजी | लंदन 2012 |
सुशील कुमार | रजत | कुश्ती | लंदन 2012 |
योगेश्वर दत्त | कांस्य | कुश्ती | लंदन 2012 |
गगन नारंग | कांस्य | निशानेबाजी | लंदन 2012 |
पीवी सिंधु | रजत | बैडमिंटन | रियो 2016 |
साक्षी मलिक | कांस्य | कुश्ती | रियो 2016 |
मीराबाई चानू | रजत | भारोतोलन | टोक्यो 2020 |
लवलीना बोरगोहेन | कांस्य | मुक्केबाजी | टोक्यो 2020 |
पीवी सिंधु | कांस्य | बैडमिंटन | टोक्यो 2020 |
रवि दहिया | रजत | कुश्ती | टोक्यो 2020 |
भारतीय पुरुष हॉकी टीम | कांस्य | हॉकी | टोक्यो 2020 |
नीरज चोपड़ा | स्वर्ण | एथलेटिक्स | टोक्यो 2020 |
बजरंग पूनिया | कांस्य | कुश्ती | टोक्यो 2020 |
अभिनव बिंद्रा के नाम पहला व्यक्तिगत स्पर्धा का गोल्ड मेडल
व्यक्तिगत स्पर्धा में भारत की ओर से अभी तक पुरुषों ने 14 और महिलाओं ने आठ मेडल जीते. भारत का पहला व्यक्तिगत स्पर्धा का मेडल प्रिचार्ड ने एथलेटिक्स में जीता. फिर केडी जाधव ने कुश्ती और लिएंडर पेस ने टेनिस में जीता. भारत का पहला व्यक्तिगत गोल्ड बिंद्रा ने 2008 बीजिंग ओलिंपिक्स में जीता.
कर्णम मल्लेश्वरी ओलिंपिक मेडल जीतने वाली पहली भारतीय महिला
ओलिंपिक्स में व्यक्तिगत स्पर्धा में मेडल जीतने वाली पहली भारतीय महिला कर्णम मल्लेश्वरी हैं, जिन्होंने 2000 में वेटलिफ्टिंग में कांस्य पदक जीता था.
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