क्रिस्टी कोवेंट्री को अंतरराष्ट्रीय ओलिंपिक समिति (आईओसी) का अध्यक्ष चुना गया. वह इस मुकाम तक पहुंचने वाली पहली महिला और पहली अफ्रीकी हैं. कोवेंट्री अभी जिम्बाब्वे की खेल मंत्री हैं और दो बार ओलिंपिक में स्विमिंग गोल्ड जीता है. कोवेंट्री ने 2004 के एथेंस ओलिंपिक और चार साल बाद बीजिंग में 200 मीटर बैकस्ट्रोक में लगातार खिताब जीते. वह लंदन ओलिंपिक में विवादित एथलीट चुनाव के लगभग एक साल बाद 2013 में आईओसी में शामिल हुईं. उन्हें आईओसी के 97 सदस्यों के वोट मिले जिसके चलते सात उम्मीदवारों की रेस में वह विजेता बनी.
कोवेंट्री को 2033 तक के लिए आठ साल का कार्यकाल मिला है. आईओसी अध्यक्ष पद के लिए यह दशकों में सबसे खुला और मुश्किल से तय होने वाला चुनाव था जिसमें मतदान से पहले स्पष्ट रूप से कोई आगे नहीं था. कई ने भविष्यवाणी की थी कि पूर्ण बहुमत हासिल करने के लिए कई दौर के मतदान की जरूरत हो सकती है. कोवेंट्री की जीत निवर्तमान आईओसी अध्यक्ष थॉमस बाक की भी जीत थी क्योंकि वह लंबे समय से उन्हें अपने उत्तराधिकारी के रूप में बढ़ावा देते हुए दिख रहे थे. बाक ने अपने मतदान के अधिकार का उपयोग नहीं किया.
कोवेंट्री ने अध्यक्ष चुने जाने के बाद कहा, ‘मैं आप सभी को गौरवान्वित करूंगी और उम्मीद है कि आप अपने द्वारा लिए गए निर्णय पर बहुत आश्वस्त होंगे. अब हमें मिलजुलकर काम करना होगा.’ पोडियम पर जाते समय उन्हें जुआन एंटोनियो समारांच ने बधाई दी और दोनों गालों पर चूमा. समारांच उनके सबसे करीबी प्रतिद्वंद्वी थे जिन्हें 28 वोट मिले. चुनाव में अध्यक्ष पद की इस दौड़ में खेल संचालन संस्थाओं के चार अध्यक्ष भी शामिल थे जिसमें ट्रैक और फील्ड के सेबेस्टियन को (आठ वोट), स्कीइंग के जोहान एलियाश, साइक्लिंग के डेविड लैपर्टिएंट और जिमनास्टिक के मोरिनारी वतनबे.
जॉर्डन के राजकुमार फैसल अल हुसैन भी इस दौड़ में शामिल थे. कोवेंट्री 23 जून को आधिकारिक तौर पर ओलिंपिक दिवस पर अपने मेंटोर बाक की जगह लेंगी. वह 131 साल के इतिहास में 10वीं आईओसी अध्यक्ष होंगी. बाक इस पद पर अधिकतम 12 साल तक काबिज रहे. कोवेंट्री के लिए मुख्य चुनौतियां लॉस एंजिलिस में 2028 ओलिंपिक खेलों की ओर राजनीतिक और खेल मुद्दों के माध्यम से ओलिंपिक आंदोलन को आगे बढ़ाना होगा जिसमें अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रम्प के साथ कूटनीति में शामिल होना भी शामिल है. उन्हें 2036 ओलिंपिक खेलों के लिए भी मेजबान ढूंढ़ना होगा जो भारत या खाड़ी देशों में हो सकता है.