भारतीय बॉक्सिंग लेजेंड मैरी कॉम ने बड़ा फैसला लिया है. उन्होंने पेरिस ओलिंपिक 2024 के लिए बनाई गई दल की प्रमुख यानी की शेफ डी मिशन पद से इस्तीफा दे दिया है. इस्तीफे में उन्होंने निजी कारणों का हवाला दिया है. पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार मैरी कॉम ने कहा कि उन्हें ये पद छोड़कर काफी बुरा लग रहा है. लेकिन उनके पास इसके अलावा और कोई ऑप्शन नहीं था. मैरी कॉम को पिछले साल मार्च में शेफ डी मिशन पद पर नियुक्त किया गया था. उन्हें इंडियन ओलिंपिक एसोसिएशन ने ये जिम्मेदारी दी थी.
मैरी कॉम का काम पेरिस ओलिंपिक में जाने वाले भारतीय एथलीट्स को मेंटोर करना था. उनके साथ उनके डिप्टी के तौर पर शिवा केशवन भी काम कर रहे थे. केशवन पूर्व ओलिंपियन हैं जिनके पास काफी ज्यादा अनुभव और ज्ञान है. बता दें कि इस साल के ओलिंपिक्स में शरत कमल ध्वज वाहक हैं.
क्या थी मैरी कॉम की जिम्मेदारी?
शेफ डी मिशन के तौर पर मैरी कॉम का काम नेशनल टीम को हेड करना था. ये वही टीम है जो इस बार पेरिस ओलिंपिक में जाएगी. मैरी कॉम को इस दौरान उन सभी खिलाड़ियों को मैनेज और उन्हें मेंटोर करना था.
बता दें कि भारतीय ओलंपिक संघ की अध्यक्ष पीटी उषा ने कहा कि मैरी कॉम ने उन्हें पत्र लिखकर इस जिम्मेदारी से मुक्त करने के लिए कहा है. मैरी कॉम ने उषा को लिखे पत्र में कहा- देश की किसी भी रूप में सेवा करना गर्व की बात है और मैं इसके लिए मानसिक रूप से तैयार थी, लेकिन मुझे खेद है कि मैं यह जिम्मेदारी नहीं उठा सकूंगी. मैं निजी कारणों से पीछे हट रही हूं.
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