Paris Olympic, Vinesh Phogat : पेरिस ओलिंपिक 2024 में भारत की गोल्डन आस तब टूटी जब महिला पहलवान विनेश फोगाट गोल्ड मेडल का मैच खेलने से पहले ही बाहर हो गईं. विनेश ने मंगलवार को सेमीफाइनल में जीत दर्ज करके फाइनल में जगह बनाई थी और वह भारत के लिए रेसलिंग के ओलिंपिक फाइनल में जाने वाली पहली महिला पहलवान भी बनीं थी. लेकिन विनेश का वजन 50 किग्रा फ्रीस्टाइल कुश्ती के फाइनल मुकाबले की सुबह 100 ग्राम अधिक निकला और इसके चलते उन्हें बिना खेले ही बाहर होना पड़ा. जिससे विनेश के ओलिंपिक मेडल जीतने का सपना तीसरी बार टूट गया और वह खाली हाथ देश वापस लौटेंगी. इस बीच यूनाइटेड वर्ल्ड रेसलिंग के अध्यक्ष नेनाद लालोविच ने चुप्पी तोड़ी और बड़ा बयान दिया.
रेसलिंग के अध्यक्ष ने क्या कहा ?
रेसलिंग की अंतरराष्ट्रीय संस्था यूनाइटेड वर्ल्ड रेसलिंग के अध्यक्ष नेनाद लालोविच ने स्पोर्ट्स तक से ख़ास बातचीत में कहा,
अब कुछ नहीं किया जा सकता है और नियम तो नियम होते हैं. उसका सम्मान किया जाना चाहिए.
क्या है रेसलिंग में वजन का नियम ?
दरअसल, रेसलिंग स्पर्धा कई वेट कैटेगरी में खेली जाती है और ये इसका एक महत्वपूर्ण हिस्सा है. यूनाइटेड वर्ल्ड रेसलिंग के नियम के अनुसार आर्टिकल 11 में वजन मापने के नियमों के बारे में बताया गया है. इसमें मैच वाले दिन सुबह सबसे पहले रेसलर का दो बार वजन मापा जाता है और वह अपनी कैटेगरी के मुताबिक़ वजह नहीं रख पाता है या असफल होता है तो उसे सबसे निचले पायदान पर भेज दिया जाता है और बाहर कर दिया जाता है. जिसमें उसे कोई रैंक नहीं मिलती है.
विनेश के साथ क्या हुआ ?
विनेश फोगाट महिलाओं की 50 किग्रा फ्रीस्टाइल कुश्ती में भाग ले रहीं थी और जब सात अगस्त को उनका फाइनल मुकाबला खेला जाना था तो सुबह-सुबह उनका वजह 50 किग्रा से 100 ग्राम अधिक निकला. जिसके चलते विनेश को डिस्क्वालीफाई कर दिया गया और उनके मेडल जीतने का सपना धरा रह गया.
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