डिफेंडिंग ओलिंपिक चैंपियन नीरज चोपड़ा ने जैवलिन थ्रो के फाइनल के लिए क्वालीफाई कर लिया है. नीरज ने 89.34 मीटर का थ्रो फेंका है. ये ग्लोबल चैंपियनशिप में नीरज चोपड़ा का दूसरे सबसे धमाकेदार थ्रो है. इससे पहले नीरज ने स्टॉकहम डायमंड लीग में 89.94 मीटर का थ्रो फेंका था. बता दें कि ओलिंपिक में नीरज ने पहले मौके में ही ये थ्रो फेंक दिया.
इससे पहले नीरज ने दोहा में 88.36 मीटर का थ्रो फेंका था. उससे पहले उन्होंने पावो नुर्मी गेम्स में 85.97 मीटर का थ्रो फेंक पहले स्थान पर कब्जा किया था. बता दें कि नीरज के ही हमवतन एथलीट किशोर जेना ने 80.73 मीटर का थ्रो फेंका और ग्रुप ए में 9वें पायदान पर रहें.
किशोर जेना क्वालीफाई करने से चूके
नीरज चोपड़ा ग्रुप बी में थे. ऐसे में उन्हें क्वालीफाई करने के लिए 84 मीटर का मार्क पार करना था और नीरज ने पहली कोशिश में ही ये कमाल कर दिया. वहीं किशोर जेना सिर्फ 80.73 मीटर का ही थ्रो फेंक पाए और क्वालीफाई करने से चूक गए. नीरज ने टोक्यो ओलिंपिक में गोल्ड मेडल जीता था. ऐसे में पेरिस ओलिंपिक में भी उन्हें इस मेडल का हकदार बताया जा रहा है.
नीरज चोपड़ा के अलावा केन्या के जूलियस येगो, चेक रिपब्लिक के याकूब वादलेच ने फाइनल के लिए क्वालीफाई कर लिया है. दोनों ने 85.97 मीटर और 85.63 मीटर का थ्रो फेंका. जर्नी के जूलियन बेबर और एडरसन पीटर्स ने भी 87.76 मीटर और 88.63 मीटर्स के साथ क्वालीफाई कर लिया. पाकिस्तान के अरशद नदीम ने भी फाइनल के लिए क्वालीफाई कर लिया है. नदीम ने अपनी पहली कोशिश में ही 86.59 मीटर का थ्रो फेंक दिया.
बता दें कि अगर नीरज चोपड़ा पेरिस ओलिंपिक 2024 में गोल्ड मेडल जीतने में कामयाब होते हैं तो वो ओलिंपिक इतिहास में 5वें ऐसे पुरुष खिलाड़ी बन जाएंगे जो अपने टाइटल को डिफेंड करेंगे. वहीं वो पहले ऐसे भारतीय खिलाड़ी भी बन जाएंगे जो एक इंडिविजुअल इवेंट में दो गोल्ड जीतेंगे. 26 साल के चोपड़ा ने आखिरी बार वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप्स में गोल्ड मेडल जीता था. इस साल उन्होंने कुल तीन इवेंट में हिस्सा लिया है.
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