Paris Olympics: अमेरिका के नोआ लाइल्स ने 100 मीटर में जीता गोल्ड, बने दुनिया के सबसे तेज धावक, दूसरे पायदान पर रहे किशेन थॉम्पसन

Paris Olympics: अमेरिका के नोआ लाइल्स ने 100 मीटर में जीता गोल्ड, बने दुनिया के सबसे तेज धावक, दूसरे पायदान पर रहे किशेन थॉम्पसन
रेस जीतने के बाद अमेरिकी झंडे के साथ नोआह लाइल्स

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Paris Olympics: अमेरिका के एथलीट नोआह लाइल्स ने 100 मीटर की रेस जीत ली हैParis Olympics: जमैका के किशेन थॉम्सन दूसरे पायदान पर रहे

पेरिस ओलिंपिक 2024 में जिस पल का हर फैन को इंतजार था आखिरकार वो खत्म हो गया. पुरुषों की 100 मीटर की रेस में जिस एक खिलाड़ी ने दुनिया के सबसे तेज धावक बनने का रिकॉर्ड अपने नाम किया उनका नाम नोआ लाइल्स है. नोआ अमेरिका के एथलीट हैं. इससे पहले जमैका के किशेन थॉम्पसन को इस रेस का विजेता बताया जा रहा था लेकिन लाइल्स ने हर फैन को हैरान कर दिया. अमेरिका के लाइल्स ने जमैका के थॉम्पसन को 5/1000वें सेकेंड के अंतर से हराकर 2024 पेरिस ओलिंपिक में पुरुषों की 100 मीटर दौड़ का स्वर्ण पदक जीता.

 

लाइल्स का ऑफिशियल टाइम 9.79 (.784) रहा. जबकि सिल्वर मेडल जीतने वाले थॉम्पसन का समय 9.79 (.789) रहा. वहीं तीसरे स्थान पर ब्रॉन्ज मेडल जीतने वाले अमेरिकी एथलीट फ्रेड कर्ली रहे जिनकी टाइमिंग 9.81 रही. बता दें कि 2004 में जस्टिन गैटलिन के बाद यह पहली बार था जब किसी अमेरिकी ने यह खिताब जीता है. जब लाइल्स का नाम टॉप पर आया तो उन्होंने स्टेड डी फ्रांस में खचाखच भरे दर्शकों की जय-जयकार के बीच अपना हाथ ऊपर उठाकर जमकर जश्न मनाया. 

 

 

यह 2004 के बाद पहली बार है कि दो अमेरिकी धावक पोडियम पर रहे. लाइल्स पिछले वर्ष 100 मीटर में विश्व चैंपियन थे.

 

बता दें कि  जमैका के यूसेन बोल्ट के नाम 100 मीटर की दौड़ में 9.58 सेकेंड के शानदार समय के साथ विश्व रिकॉर्ड बनाने का रिकॉर्ड है, जिसे उन्होंने साल 2009 में बनाया था. इसके बाद उन्होंने लंदन 2012 ओलिंपिक में 9.63 सेकेंड का समय लेकर इस दौड़ का ओलिंपिक रिकॉर्ड बनाया. उसके बाद से कोई भी इस सेट की बराबरी नहीं कर पाया, इस तरह यूसेन बोल्ट की प्रतिष्ठा इतिहास में अब तक के सबसे महान एथलीटों में से एक के रूप में स्थापित हो गई.

 

बता दें कि लाइल्स ने रेस से पहले कहा था कि, “हर बार यह सोचने में सक्षम होने के लिए कि आप दौड़ जीतने जा रहे हैं, आपके पास एक भगवान की मानसिकता होनी चाहिए. मैं मूर्तियों में विश्वास नहीं करता. "मुझे खुद पर विश्वास है." “मेरी मानसिकता बेहद मजबूत है। और यदि ऐसा नहीं है, तो मैं इसे बनने के लिए प्रशिक्षित करूंगा. ''

 

रेस से पहले जब सभी एथलीट्स की एंट्री हो रही थी तब लाइल्स हवा में उछलते हुए ट्रैक पर आए. उन्हें देखकर ऐसा लगा मानो वो दौड़ने और जीतने के लिए और इंतज़ार नहीं कर सकते हैं. और जब रेस हुई तो उन्होंने गोल्ड मेडल पर कब्जा कर दिखा दिया कि वो आत्मविश्वास से इतने ज्यादा लैस क्यों थे.

 

बता दें कि पिछले कुछ सालों में पेरिस ओलिम्पिक की 100 मीटर की ये रेस सबसे करीबी मानी जा रही है . रेस के बाद एथलीट्स खुद की पोजिशन पता नहीं कर पा रहे थे और इसके चलते उन्हें स्क्रीन पर अपडेटेड स्टैंडिंग्स का इंतजार करना पड़ा.

2024 पेरिस ओलिंपिक खेलों में पुरुषों की 100 मीटर के फाइनल में आठ फाइनलिस्ट्स ने हिस्सा लिया था. इन आठों खिलाड़ियों के बीच पृथ्वी पर सबसे तेज व्यक्ति बनने की दौड़ हुई थी.

 

1. किशेन थॉम्पसन (जमैका)

2. ओब्लिक सेविल (जमैका)

3. नोआह लाइल्स (यूएसए)

4. फ्रेड केर्ली (यूएसए)

5. अकानी सिमबेन (दक्षिण अफ़्रीका)

6. लेत्साइल टेबोगो (बोत्सवाना)

7. लैमोंट मार्सेल जैकब्स (इटली)

8. केनी बेडनारेक (यूएसए)

 

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