चीन चीटिंग के बावजूद गोल्डन बॉय नीरज चोपड़ा की दहाड़ को नहीं रोक पाया. चीन की तमाम चाल के बावजूद भारतीय जैवलिन स्टार नीरज एशियन गेम्स का गोल्ड मेडल जीतने में सफल रहे. इतना ही नहीं सिल्वर मेडल भी भारत के खाते में ही आया. किशोर कुमार जेना ने सिल्वर मेडल जीता. नीरज 88.88 मीटर और किशोर 87.54 मीटर के थ्रो के साथ टॉप 2 पर रहे.
नीरज ने खिताब जीतकर चीन को भी जवाब दे दिया. दरअसल फाइनल में नीरज का पहला थ्रो कमाल का रहा था, मगर तकनीकी खराबी के चलते उनके थ्रो को आयोजक माप नहीं पाए. आयोजक उनके थ्रो की दूरी को मापने में असफल रहे. नीरज का वो थ्रो 85 मीटर के करीब लग रहा था. काफी इंतजार और अधिकारियों के बीच लंबी चर्चा के बाद नीरज को फिर से थ्रो करने के लिए कहा गया. हालांकि इससे वो काफी निराश थे और 15 मिनट के बाद उन्होंने फिर से पहला थ्रो किया और उस समय उनका थ्रो 82.38 मीटर का रहा. उनका दूसरा थ्रो 84.49 मीटर रहा.
चौथे थ्रो में सीजन बेस्ट
नीरज का तीसरा थ्रो फाउल रहा और चौथे थ्रो में उन्होंने 88.88 मीटर दूर भाला फेंककर जवाब दे दिया. ये उनका इस सीजन का बेस्ट थ्रो रहा. 5वीं कोशिश में नीरज का भाला 80.80 मीटर दूर ही जा पाया. किशोर जेना की बात करें तो एक बार तो नीरज से भी आगे निकल पाए थे, मगर फिर नीरज ने अपने थ्रो से हर किसी को पीछे कर दिया. किशोर का पहला थ्रो 81.26, दूसरा थ्रो 79.76, तीसरा थ्रो 86.77 मीटर और चौथा थ्रो 87.54 मीटर रहा.
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आयोजकों से दूसरी गलती
किशोर के दूसरे थ्रो में भी आयोजकों से गलती हो गई थी. पहले तो उनके इस थ्रो को रेड फ्लैग दिखा दिया गया. आयोजकों का मानना था कि भारतीय खिलाड़ी ने थ्रोइंग लाइन क्रॉस की है. इसके बाद नीरज ने किशोर को अधिकारियों से बात करने के लिए कहा. टीवी पर रिप्ले देखने के बाद अधिकारियों ने अपना फैसला बदला और उनके थ्रो को लीगल बताया. इसके बाद तो किशाने अपने पूरे फॉर्म में आ गए थे.
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