चीन में जारी एशियन गेम्स 2023 (Asian Games 2023) में इंडियन आर्मी के जवान अविनाश साबले (Avinash Sable) ने धमाल मचा रखा है. भारत के लिए कुछ दिन पहले ही एशियन गेम्स की 3000 मीटर स्टीपल चेज स्पर्धा में पहला गोल्ड मेडल जीतने वाले साबले ने अब भारत की चांदी कराई है. साबले ने 5000 मीटर दौड़ में सिल्वर मेडल अपने नाम किया. जबकि भारत के अन्य एथलीट गुलवीर सिंह इसी स्पर्धा में मेडल से चूक गए और चौथे स्थान पर रहे.
अविनाश ने शुरू से 5000 मीटर दौड़ में बढ़त बनाए रखी और अपनी पेस को बनाए रखा. इसके बाद जब अंतिम के लैप बचे थे तब अविनाश ने बहरीन के एथलीट को पछाड़कर सिल्वर मेडल पर कब्जा जमा डाला. अविनाश ने ये दौड़ 13 मिनट 21.09 सेकेंड्स में पूरी की. जबकि गोल्ड मेडल इस स्पर्धा में बहरीन के अन्य एथलीट बिरहानु यमाताव के नाम रहा. जिन्होंने अविनाश से तेज 13 मिनट 17.40 सेकेंड्स के साथ रेस को सबसे पहले समाप्त किया. जबकि कांस्य पदक भी बहरीन के दावित फ़िकाडु ने 13 मिनट 25.63 सेकेंड्स के समय के साथ अपने नाम किया.
कौन हैं अविनाश ?
महाराष्ट्र से आने वाले अविनाश 12वीं कक्षा पास करने के बाद इंडियन आर्मी में भर्ती हो गए थे. आर्मी के लिए अविनाश ने सियाचिन के बर्फीले ग्लेशियर से लेकर राजस्थान के रेतीले इलाकों तक देश के लिए अपनी सेवा दी. आर्मी के दौरान ही साल 2015 में उन्होंने एथलीट बनने का मन बनाया और 13 सितंबर 1994 को महाराष्ट्र के मांडवा गांव का रहने वाला ये जवान अब देश की आन-बान शान बन गया है. किसान परिवार से आने वाले साबले को बचपन में स्कूल जाने के लिए 6 किलोमीटर जाना होता था तो वह दौड़ कर जाते रहे और वहीं से उनके अंदर रेस के प्रति जज्बा हमेशा से बना रहा. साल 2017 में सेना के एक कोच अमरीश कुमार ने अविनाश साबले को धाकड़ धावक बनाया.
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