भारत की स्टार टेबल टेनिस खिलाड़ी मनिका बत्रा पर दुखों का पहाड़ टूट गया है. कॉमनवेल्थ और एशियन गेम्स में भारत का झंडा गाड़ने वाले स्टार खिलाड़ी के पिता का निधन हो गया है. उनके पिता गिरीश बत्रा 65 साल के थे और बीती रात कार्डियक अरेस्ट के कारण उन्होंने दुनिया को अलविदा कह दिया. मनिका भारत की नंबर एक टेबल टेनिस खिलाड़ी रह चुकी हैं. वह डबल कॉमनवेल्थ गोल्ड मेडलिस्ट हैं. एशियन गेम्स में भी वह ऐतिहासिक मेडल जीत चुकी हैं. मनिका ने दो बार ओलिंपिक में देश का प्रतिनिधित्व किया.
पेरिस ओलिंपिक 2024 में वह सिंगल इवेंट के प्री क्वार्टर फाइनल में जगह पहुंची थी और वह ओलिंपिक में प्री क्वार्टर फाइनल तक पहुंचने वाली पहली भारतीय टेबल टेनिस खिलाड़ी बनी थीं. मनिका ने साल 2018 में गोल्ड कोस्ट कॉमनवेल्थ गेम्स में दो गोल्ड जीते थे. विमंस सिंगल और टीम इवेंट का खिताब जीता था. उस कॉमनवेल्थ गेम्स में उन्होंने दो गोल्ड, एक सिल्वर और एक ब्रॉन्ज जीतकर तहलका मचा दिया था. वह कॉमनवेल्थ गेम्स में व्यक्तिगत गोल्ड जीतने वाली पहली भारतीय महिला टेबल टेनिस खिलाड़ी बनी थीं. इसके बाद उन्होंने 2018 एशियन गेम्स में मिक्स्ड डबल्स में ब्रॉन्ज जीता. मनिका एशियन कप में ब्रॉन्ज जीतने वाली पहली भारतीय महिला खिलाड़ी बनी थीं.
मनिका के नाम ऐतिहासिक मेडल
टोक्यो ओलिंपिक में वह विमंस सिंगल के राउंड 32 में पहुंची थी और वह ओलिंपिक में यहां तक पहुंचने वाली पहली भारतीय टेबल टेनिस खिलाड़ी थीं. इसके अगले ओलिंपिक यानी पेरिस ओलिंपिक में उन्होंने अपने इसी रिकॉर्ड में और सुधार किया और प्री क्वार्टर फाइनल तक पहुंचकर एक नया रिकॉर्ड बनाया. दिल्ली की रहने वाली मनिका उस समय सुर्खियों में आई थी, जब उन्होंने साल 2011 में अंडर 21 कैटेगरी में चिली ओपन में सिल्वर मेडल जीता. इसके बाद उन्होंने पीछे मुड़कर नहीं देखा और कई ऐतिहासिक मेडल जीते. उनके नाम एशियन चैंपियनशिप में भी एक ब्रॉन्ज मेडल हैं. जबकि साल 2016 में साउथ एशियन गेम्स में उन्होंने तीन गोल्ड और एक सिल्वर समेत कुल चार मेडल जीते थे.
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