भारतीय महिला टेबल टेनिस टीम ने एशियन चैंपियनशिप्स में इतिहास रच दिया. 8 अक्टूबर को उसने साउथ कोरिया को 3-2 से हराकर पहली बार इस टूर्नामेंट में मेडल तय किया. साउथ कोरिया ने कुछ महीने पहले पेरिस ओलिंपिक में कांस्य पदक जीता था. भारत की जीत की नींव दुनिया की 92वें नंबर की खिलाड़ी अहिका मुखर्जी ने रखी जिन्होंने वर्ल्ड नंबर 8 शिन युबेन और वर्ल्ड नंबर 16 जियोन जिही को हराया. अहिका और मनिका बत्रा ने पहले जो मुकाबले जीतकर 2-0 की बढ़त भारत को दिलाई. लेकिन साउथ कोरिया ने अगले दो मुकाबले जीते और बराबरी हासिल की. आखिरी मुकाबले में अहिका उतरीं. उन्होंने जिही के खिलाफ गजब का खेल दिखाया और इतिहास रच दिया. भारत अब 9 अक्टूबर को सेमीफाइनल में जापान का सामना करेगा. जापान ने सिंगापुर को मात देकर अंतिम-4 में जगह बनाई.
भारतीय महिला टेबल टेनिस खिलाड़ियों ने पिछले कुछ समय में जबरदस्त प्रदर्शन किया है. बड़े टूर्नामेंट्स में उनका खेल अच्छा रहा है. पेरिस ओलिंपिक में भारतीय महिला टीम क्वार्टर फाइनल तक पहुंची थी. अहिका ओलिंपिक में टीम का हिस्सा नहीं थी. उन्हें अर्चना कामत के अप्रत्याशित संन्यास के चलते मौका मिला और साउथ कोरिया के खिलाफ उन्होंने खुद को साबित किया. पिछले कुछ समय में अहिका ने दुनिया की कई बड़े खिलाड़ियों को मात दी है. इनमें इस साल की शुरुआत में चीन से आने वाली नंबर एक खिलाड़ी सुन यिंगशा पर जीत भी शामिल है. उन्हें यह जीत वर्ल्ड टीम चैंपियनशिप में मिली थी.
भारत-साउथ कोरिया मैचों का क्या रहा नतीजा
अहिका ने साउथ कोरिया के खिलाफ पहले मैच में युबेन के खिलाफ 11-9, 7-11, 12-10, 7-11, 11-7 से जीत दर्ज की थी. वर्ल्ड नंबर 29 मनिका ने दूसरे मैच में 16वें नंबर की जियोन जिही को 12-14, 13-11, 11-5, 5-11, 12-10 से हराकर भारत को 2-0 से आगे किया. तीसरे मैच में श्रीजा अकुला को ली युनहे से 6-11, 10-12, 8-11 से शिकस्त मिली. इसके बाद मनिका को युबेन के खिलाफ मैच में 13-11, 11-4, 6-11, 7-11, 12-10 से हार झेलनी पड़ी. अब मैच फंस गया था. लेकिन अहिका ने शानदार खेल दिखाया और आखिरी मैच 7-11, 11-6, 12-10, 12-10 से जीतकर भारत को कामयाबी दिला दी.
भारतीय पुरुष टीम के पास भी महिलाओं की तरह इतिहास रचने का मौका होगा. वे 9 अक्टूबर को क्वार्टर फाइनल मैच खेलेंगे.