सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी-चिराग शेट्टी ने Malaysia Open के फाइनल में पहुंचकर रचा इतिहास, वर्ल्ड चैंपियंस को धूल चटाई

सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी-चिराग शेट्टी ने Malaysia Open के फाइनल में पहुंचकर रचा इतिहास, वर्ल्ड चैंपियंस को धूल चटाई
सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी चिराग शेट्टी वर्ल्ड रैंकिंग में दूसरे नंबर पर हैं.

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भारतीय जोड़ी ने 47 मिनट तक चले रोमांचक सेमीफाइनल मैच में 21-18 22-20 से जीत दर्ज की.

सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी पहली बार मलेशिया ओपन के फाइनल में पहुंचे हैं.

सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी की भारतीय पुरुष जोड़ी मलेशिया ओपन के फाइनल में पहुंच गई. इन्होंने सेमीफाइनल में कांग मिन ह्युक और सियो सेउंग जे की कोरियाई जोड़ी को सीधे गेम में हराया. सात्विक-चिराग पहली बार मलेशिया ओपन सुपर 1000 बैडमिंटन टूर्नामेंट के पुरुष युगल फाइनल में पहुंचे हैं. इसके साथ ही वे ओपन एरा में इस टूर्नामेंट के फाइनल में पहुंचने वाले पहले भारतीय हैं. 1983 में ओपन एरा शुरू होने के बाद कोई भारतीय मलेशिया ओपन की किसी भी स्पर्धा में खिताबी मुकाबले तक नहीं पहुंच सका था. पिछले साल एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक जीतने वाली दुनिया की दूसरे नंबर की भारतीय जोड़ी ने 47 मिनट तक चले रोमांचक सेमीफाइनल मैच में 21-18 22-20 से जीत दर्ज की. दूसरी वरीयता प्राप्त सात्विक और चिराग ने शुक्रवार (12 जनवरी) को सेमीफाइनल में चीन के रेन जियांग यू और हे जी टिंग को सीधे गेम में हराया था.

सात्विक और चिराग ने दूसरे गेम में कमाल की वापसी की और 8-11 से पीछे रहने के बाद छह गेम पॉइंट बचाए और लगातार आठ पॉइंट बनाते हुए 22-20 से गेम अपने नाम किया. भारतीय जोड़ी के पास अब अपना दूसरा सुपर 1000 खिताब जीतने का मौका है. उन्होंने पिछले साल जून में इंडोनेशिया ओपन जीता था. पिछली बार भी सुपर 1000 जीतने के सफर में सात्विक-चिराग की जोड़ी ने कोरियाई जोड़ी को ही हराया था. कांग और सियो के खिलाफ भारतीय जोड़ी का अब 3-1 का रिकॉर्ड हो गया. 

पिछले साल सात्विक और चिराग भारत के सबसे सफल बैडमिंटन खिलाड़ी रहे थे. उन्होंने एशियन गेम्स गोल्ड, एशियन चैंपियनशिप खिताब, इंडोनेशिया सुपर 1000, कोरिया सुपर 500 और स्विस ओपन सुपर 300 खिताब जीता था. इसके अलावा वे चीन मास्टर्स सुपर 750 के फाइनल में पहुंचे थे. इस कमाल के खेल के चलते भारतीय जोड़ी वर्ल्ड रैंकिंग में टॉप पर चली गई थी. 

पहले गेम में सात्विक और चिराग ने छोटी रैली पर ध्यान दिया और इससे वे 9-5 से आगे हो गए. लेकिन कोरियन जोड़ी ने चतुराई से स्ट्रोक लगाते हुए बराबरी हासिल कर ली. लेकिन हाफ टाइम तक भारतीय जोड़ी 11-9 से आगे रही. ब्रेक के बाद कड़ा मुकाबला दिखा और एक समय स्कोर भारत के पक्ष में 13-12 था. लेकिन सात्विक के स्मैश और चिराग की फ्लिक सर्व से कोरियाई जोड़ी 13-17 से पिछड़ रही थी. इसके बाद भारतीय जोड़ी को ज्यादा दिक्कत नहीं हुई.

 

दूसरे गेम में कोरियाई जोड़ी अपने डिफेंस और प्लेसमेंट को लेकर अलर्ट रही. इससे वे 9-4 से आगे हो गए. फिर ब्रेक तक उनकी लीड 11-6 थी. इसके बाद भी कोरियाई जोड़ी के खेल में गजब की तेजी दिखी और देखते ही देखते वह 17-11 से आगे हो गई. चिराग से कुछ गड़बड़ी हुई और कोरियाई जोड़ी 20-14 से आगे हो गई. लेकिन इसके बाद खेल में बदलाव दिखा. सात्विक-चिराग ने गजब का धैर्य दिखाया और कोरियाई खिलाड़ी भी जरूरत से ज्यादा सावधान हो गए. इसके चलते उन्होंने कुछ शॉट नेट में मार दिए. इसके दम पर भारतीय जोड़ी ने लगातार आठ पॉइंट बटोरकर कमाल कर दिया.

 

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