किला रायपुर खेल 2025 के तीसरे दिन कबड्डी, खो-खो, वॉलीबॉल, हॉकी, रस्साकशी, हाई जंप और बुजुर्गों की दौड़ जैसे इवेंट आयोजित हुए. दिन में खेलों के बाद शाम में सांस्कृतिक कार्यक्रम देखने को मिले जिनमें पंजाब की धरती और वहां की संस्कृति के रंग दिखाई दिए. किला रायपुर खेलों में महिलाओं की 800 मीटर रेस पूजा ने जीती. उन्होंने बताया कि सुबह नाश्ते में उन्हें दलिया, केले, दूध, पनीर/अंडे मिलते हैं. वह बीए फाइनल की पढ़ाई कर रही हैं और नेशनल्स में उन्होंने 800 मीटर में कांस्य पदक जीत रखा है. वहीं महिला हाई जंप में अमृतसर की रिंपल ने पहला स्थान हासिल किया. इन खेलों के अलावा परफॉर्मेंस खेलों का जलवा भी रहा. एक शख्स ने एक अंगुली से एक क्विंटल वजन उठाया तो दूसरे ने कान से 92 किलो वजन उठाया.
18 से 23 साल उम्र कैटेगरी के युवाओं की रेस भी आयोजित हुई. इसमें एक 65 साल के बुजुर्ग भी शामिल हुए. उन्होंने कहा कि वे इसके जरिए नशा मुक्ति का संदेश दे रहे हैं. नशे से दूर रहने पर बढ़ी हुई उम्र में भी जवान रहा जा सकता है. इससे पहले एक तरफ जहां शॉट पुट, रेस, लॉन्ग जंप जैसे ओलिंपिक और इंटरनेशनल खेलों में प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया तो दूसरी तरफ ट्रेक्टर रेस, चाटी जैसे ग्रामीण खेल भी देखने को मिले. ऐसा ही एक दिलचस्प खेल रहा ट्रोली रिवर्स गेम. इसमें खिलाड़ियों को दो सफेद लाइनों के बीच से ट्रेक्टर को एक निश्चित दूरी तक लेकर जाना था. अगर ट्रेक्टर या ट्रोली सफेद लाइन को छू जाती तो खिलाड़ी डिसक्वालीफाई हो जाता.
इस खेल में 16 खिलाड़ियों ने हिस्सा लिया. खेल से जुड़े एक अधिकारी ने बताया कि कार को रिवर्स करना मुश्किल होता है तो ट्रेक्टर को ट्रोली के साथ रिवर्स बहुत मुश्किल है. किसानों ने खेतों में काम करते-करते इस खेल की शुरुआत की थी. इस खेल में कोई स्पीड लिमिट नहीं होती है. इसका फैसला ड्राइवर को ही करना होता.
वहीं चाटी रेस (सिर पर मटकी लेकर दौड़ना) में महिलाओं ने हिस्सा लिया. 60 मीटर की इस रेस में छह महिलाएं शामिल हुई. इसमें 54 साल की जसमीत कौर विजेता बनी. महिला शॉट पुट खेलों में 10.3 मीटर के साथ डॉली विजेता चुनी गई. उन्होंने बताया कि वह रोजाना तीन से चार घंटे प्रैक्टिस करती हैं. इस बीच बाजीगरों के खेल भी देखने को मिलने. इनमें सीने का जोर लगाकर सरिया मोड़ने. एक खिलाड़ी के ऊपर दूसरे खिलाड़ी के ऊपर बिना किसी सहारे के खड़े होने, दो मजबूती से बंधी लकड़ियों के बीच से शरीर को आर-पार करना शामिल रहा.