Kila Raipur Sports Festival 2025: रूरल ओलिंपिक में कब शुरू हुई महिला खिलाड़ियों की भागीदारी

Kila Raipur Sports Festival 2025: रूरल ओलिंपिक में कब शुरू हुई महिला खिलाड़ियों की भागीदारी
किला रायपुर रूरल ओलिंपिक खेलों के दौरान महिला खिलाड़ी करतब दिखाते हुए

Highlights:

किला रायपुर रूरल ओलिंपिक में महिलाओं ने साल 1950 में पहली बार हिस्सा लिया

इस साल 31 जनवरी से इस स्पोर्ट्स फेस्टिवल की शुरुआत होगी

लुधियाना के गांव किला रायपुर में अलग अलग तरह के खेल खेले जाएंगे

Kila Raipur Sports Festival 2025: वर्तमान में खेल की दुनिया पहले के मुकाबले काफी ज्यादा बदल चुकी है. सालों पहले जहां पुरुषों की तुलना में खेलों में महिलाओं की भागीदारी बेहद कम हुआ करती थी. वहीं हाल- फिलहाल में जितने पुरुष एथलीट्स हैं उतनी ही महिला एथलीट्स भी अलग- अलग खेलों में हिस्सा ले रही हैं. अगर हम ओलिंपिक खेलों की बात करें तो साल 1900 तक महिलाओं को ज्यादातर स्पोर्ट्स इवेंट्स में भाग लेने की इजाजत नहीं थी. इस दौरान सिर्फ पुरुष ही इन खेलों में हिस्सा लिया करते थे और महिलाएं घर का काम संभालती थी. लेकिन समय का पहिया घूमा और अब जितने खेल पुरुष खेलते हैं, उतनी ही महिलाएं भी खेलती हैं. साल 1900 का ओलिंपिक गेम्स पेरिस में आयोजित किया गया था. इस दौरान 26 देशों के 997 एथलीट्स ने इसमें हिस्सा लिया. ऐसे में सिर्फ 22 महिलाएं ही अलग अलग खेलों में शामिल थीं. वहीं भारत की सबसे पहली महिला ओलंपियन का नाम निलिमा घोष था, जिन्होंने 1935 के ओलंपिक्स में महज 17 साल की उम्र में 100 मीटर स्प्रिंट और 80 मीटर बाधा दौड़ में भाग लिया था.हालांकि अब ओलिंपिक के अलावा भारत में भी कई तरह के स्पोर्ट्स फेस्टिवल आयोजित किए जाते हैं जिसमें महिलाओं की भागीदारी काफी ज्यादा बढ़ चुकी है. इसी में एक खेल किला रायपुर स्पोर्ट्स फेस्टिवल है जिसकी फिर से वापसी हो चुकी है. 

रूरल ओलिंपिक में महिला खिलाड़ियों की कब हुई एंट्री

किला रायपुर में महिला खिलाड़ियों की एंट्री साल 1950 में हुई जब ग्रेवाल स्पोर्ट्स एसोसिएशन ने ये फैसला किया कि वो महिलाओं के लिए भी अलग अलग खेलों का आयोजन कराएंगे. ऐसे में सबसे पहला खेल हॉकी था जिसमें महिलाएं दिखीं. इस दौरान एसोसिएशन को काफी दिक्कतें भी हुईं और महिलाओं के भाग लेने पर सवाल भी उठाए गए. ऐसे में 1953 वो साल था जब पुरुषों के साथ महिला खिलाड़ियों के लिए भी इवेंट्स की शुरुआत हुई. 

इससे पहले महिला और पुरुष खिलाड़ियों के लिए प्राइज मनी अलग अलग थी. लेकिन साल 2025 में पुरुषों को जितने पैसे का इनाम मिलेगा उतना ही महिला खिलाड़ियों को भी दिया जाएगा. यानी की हॉकी टूर्नामेंट जीतने वाली टीम को 75,000 रुपए मिलेंगे. वहीं दूसरे नंबर पर रहने वाली टीम को 50,000 रुपए दिए जाएंगे. इसके अलावा सर्किल स्टाइल कबड्डी के लिए 6 लाख की इनाम की घोषणा की गई है. किला रायपुर रूरल ओलिंपिक का 31 जनवरी से आगाज होगा. 

क्या है किला रायपुर स्पोर्ट्स फेस्टिवल?

किला रायपुर स्पोर्ट्स फेस्टिवल का आयोजन पंजाब के शहर लुधियाना के किला रायपुर गांव में होता है. इसे रूरल ओलिंपिक के नाम से जाना जाता है. हर साल फरवरी में इस इवेंट का आयोजन किया जाता है. ये स्पोर्ट्स फेस्टिवल कोई नया नहीं बल्कि इसका इतिहास बेहद पुराना है और 92 सालों से ये फेस्टिवल चलता आ रहा है. गांव के जितने भी एथलीट्स होते हैं उन्हें इस खेल फेस्टिवल का बेसब्री से इंतजार रहता है. हालांकि इस इवेंट में एक ऐसा समय भी आया था जब 4 साल तक इन खेलों का आयोजन नहीं हो पाया था. 2019 और 2020 में कानूनी विवाद के कारण किला रायपुर गांव में खेलों का मंच नहीं सज पाया. इसके बाद इन खेलों को कोरोना महामारी की नजर लग गई और 2021 और 2022 में कोविड के कारण खेलों का आयोजन नहीं हो पाया. 

बता दें कि साल 1933 में किला रायपुर गांव की हॉकी टीम जालंधर पहुंची थी. टीम को इस दौरान हॉकी टूर्नामेंट में हिस्सा लेना था. टीम ने इस टूर्नामेंट में धांसू प्रदर्शन किया और दूसरे पायदान पर रही. इसका नतीजा ये रहा कि गांव के प्रमुख जाट सिख ग्रेवाल ने हर साल ग्रामीण लेवल पर इस टूर्नामेंट का आयोजन कराने की बात कही और तब से इस खेल की शुरुआत हुई. 

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