किसी के लिए यह अर्थहीन प्रदर्शनी मैच की तरह है तो किसी के लिए इतिहास रचने जैसा. विश्व कप फुटबॉल में तीसरे स्थान के लिए होने वाले मैच के लिए खुद को प्रेरित करना आसान नहीं है. मोरक्को और क्रोएशिया के बीच शनिवार (17 दिसंबर) को जब तीसरे स्थान का मैच खेला जाएगा तो दोनों टीमें अपनी जी जान लगाने के लिए खुद को प्रेरित करेंगी क्योंकि उन्हें पता है कि अब ताज उनके सिर नहीं सजेगा.
मोरक्को सेमीफाइनल में जगह बनाने वाली अरब देशों की पहली टीम बनने के बाद फ्रांस से 2-0 से हार गयी थी. जहां तक क्रोएशियाई टीम की बात है तो वह इस मैच को भी महत्वपूर्ण मानकर चल रही है. क्रोएशिया सेमीफाइनल में अर्जेंटीना से 3-0 से पराजित हो गया था. उसके खिलाड़ी हालांकि इस हार की बजाय लगातार दूसरे विश्वकप में पदक हासिल करने को लेकर बात कर रहे हैं. क्रोएशिया की बात है तो वह पिछली बार का उपविजेता है.
मेडल जीतने का लक्ष्य लेकर उतरेगा क्रोएशिया
मोरक्को को है फाइनल मिस करने का मलाल
मोरक्को सेमीफाइनल में पहुंचकर पहले ही इतिहास रच चुका है. वह विश्वकप के अंतिम चार में जगह बनाने वाला पहला अफ्रीकी देश है. उसने इस टूर्नामेंट में पुर्तगाल, स्पेन जैसी टीमों को धूल चटाई. मोरक्को के कोच वालिद रेगरागुई ने कहा, ‘आप बहुत निराश हैं. आपने अभी सेमीफाइनल मैच गंवाया है और फिर दो दिन बाद आपको मैच खेलना है. मैं समझता हूं कि चौथे स्थान पर रहने से बेहतर तीसरा स्थान हासिल करना है लेकिन मेरे कहने का मतलब है कि हमारी टीम फाइनल में नहीं जगह बना पाई.’