Wimbledon 2025: इगा स्वियाटेक ने 57 मिनट में जीता महिला एकल खिताब, अमेरिकी खिलाड़ी को 6-0, 6-0 से पीटा, 37 साल बाद हुआ ऐसा करिश्मा

Wimbledon 2025: इगा स्वियाटेक ने 57 मिनट में जीता महिला एकल खिताब, अमेरिकी खिलाड़ी को 6-0, 6-0 से पीटा, 37 साल बाद हुआ ऐसा करिश्मा
Iga Swiatek

Story Highlights:

इगा स्वियाटेक इससे पहले 4 फ्रेंच ओपन और एक यूएस ओपन जीत चुकी हैं.

इगा स्वियाटेक ने विंबलडन जीतकर ग्रैंड स्लैम में 100 जीत दर्ज की.

इगा स्वियाटेक ने विंबलडन 2025 का महिला एकल का खिताब जीत लिया. पोलैंड की इस खिलाड़ी ने महज 57 मिनट में अमेरिका की अमांडा एनिसिमोवा को हरा दिया. इगा स्वियाटेक ने 6-0, 6-0 से सीधे सैट में जीत दर्ज की. उन्होंने अमांडा को एक भी गेम नहीं जीतने दिया. 1988 के बाद महिला एकल में यह पहली और कुल मिलाकर तीसरी बार हुआ है जब किसी खिलाड़ी ने बिना गेम गंवाए फाइनल जीता. आखिरी बार ऐसा 1988 में हुआ था तब स्टेफी ग्राफ ने नताशा ज्वेरेवा को हराकर फ्रेंच ओपन जीता था. इससे पहले 1911 विंबलडन में डोरोथिया चैम्बर्स ने डोरा बूथबी को 6-0, 6-0 से हराकर खिताब जीता था.

24 साल की स्वियाटेक ने पहली बार विंबलडन खिताब जीता. यह उनका छठा ग्रैंड स्लैम खिताब रहा. इससे पहले उन्होंने चार बार फ्रेंच ओपन और एक यूएस ओपन जीता था. वह आठवीं महिला है जिन्होंने तीनों सरफेस पर ग्रैंड स्लैम जीते हैं. वर्तमान में सक्रिय खिलाड़ियों में वह ऐसा करने वाली इकलौती हैं. स्वियाटेक 2018 में विंबलडन में जूनियर चैंपियन बनी थी. लेकिन सीनियर लेवल पर उन्हें घास पर कदम जमाने में वक्त लग गया. अब विंबलडन के जरिए उन्होंने पहली बार ग्रास कोर्ट पर कोई खिताब जीता है.

एनिसिमोवा ने पहली बार खेला ग्रैंड स्लैम फाइनल

 

23 साल की एनिसिमोवा पहली बार किसी ग्रैंड स्लैम के फाइनल में पहुंची थी. उन्होंने 17 साल की उम्र में 2019 फ्रेंच ओपन सेमीफाइनल खेला था. लेकिन दो साल पहले मेंटल हेल्थ के चलते खेल से दूरी बना ली थी. 2024 में उन्होंने क्वालिफिकेशन के जरिए विंबलडन में जगह बनाने की कोशिश की थी लेकिन वह पहले ही राउंड में बाहर हो गई. अब भले ही वह विंबलडन फाइनल में हार गई हो लेकिन इस सफर के चलते वह अगले सप्ताह रैंकिंग में टॉप-10 में शामिल होगी. 

स्वियाटेक ने दर्ज की 100वीं जीत

 

स्वियाटेक को पिछले साल डोपिंग के चलते एक महीने का बैन झेलना पड़ा था. लेकिन इस झटके से उबरते हुए उन्होंने जोरदार वापसी की. उन्होंने विंबलडन फाइनल जीत में सफलता के साथ मेजर टूर्नामेंट में 100वीं जीत दर्ज की. वह सेरेना विलियम्स के बाद इस मुकाम तक सबसे तेजी से पहुंचने वाली महिला हैं.