Wimbledon 2024 : लाल बजरी में इसी साल फ्रेंच ओपन 2024 चैंपियन बनने वाले कार्लोस एल्कराज के आगे एक बार फिर डानिल मेदवेदेव टिक नहीं सके. रूस के मेदवेदेव के पास पिछले साल 2023 के विंबलडन सेमीफाइनल में स्पेन के एल्कराज से मिलने वाली हार का बदला लेने का मौका था. लेकिन 2024 के सेमीफाइनल में फिर से मेदवेदेव पर एल्कराज भारी पड़े. पहला सेट हारने के बाद एल्कराज ने मेदवेदेव को वापसी का मौका नहीं दिया और उनके सामने विंबलडन का लगातार दूसरा सेमीफाइनल मुकाबला 6-7(1-7), 6-3, 6-4 और 6-4 से अपने नाम कर लिया. जिससे गतचैंपियन एल्कराज अब लगातार दूसरी बार विंबलडन चैंपियन बनने के लिए फाइनल मैच में नोवाक जोकोविच और लोरेंजो मुसेती के बीच होने वाले अन्य सेमीफाइनल के विनर का सामना करेंगे. जबकि वर्ल्ड नम्बर-5 मेदवेदेव का सफर लगातार विंबलडन में दूसरी बार सेमीफाइनल से समाप्त हो गया.
पहले सेट में हुई कांटे की टक्कर
विंबलडन 2024 के सेमीफाइनल मैच में रूस के डानिल मेदवेदव और कार्लोस एल्कराज के बीच पहला गेम ही रोमांचक रहा और चार बार ड्यूस लगने के बाद आखिरकार मेदवेदेव की सर्विस को एल्कराज तोड़ नहीं सके और पहला गेम हार गए. इसके बाद मेदवेदेव ने पहले सेट में पकड़ बनाए रखी और दो बार एल्कराज की सर्विस ब्रेक की, जबकि एल्कराज ने भी मेदवेदेव की सर्विस को दो बार ब्रेक किया. जिससे पहला सेट टाई ब्रेकर में गया और मेदवेदेव ने टाई ब्रेकर में सिर्फ एक अंक देकर (7-6)7-1 से पहला सेट अपने नाम कर लिया.
दूसरे सेट से एल्कराज ने बनाया दबदबा
पहला सेट टाई ब्रेकर में हारने के बाद पिछली बार के चैंपियन खिलाड़ी कार्लोस एल्कराज ने दूसरे सेट में जबरदस्त खेल दिखाया और एक बार मेदवेदेव की सर्विस को ब्रेक करते हुए 6-3 से उसे अपने नाम कर लिया. अब एक सेट से पीछे होने वाले रूस के मेदवेदेव ने एल्कराज को पीछे धकेलना चाहा लेकिन वह 21 साल के युवा खिलाड़ी के शॉट्स का जवाब नहीं दे सके. एल्कराज ने तीसरे सेट में फिर से चैंपियन वाला खेल दिखाया और मेदवेदेव को 6-4 से हार पर मजबूर कर दिया.
एल्कराज का फिर से राज
विंबलडन में जीत का क्रम जारी रखते हुए मेदवेदेव के सामने पहला सेट गंवाने और दो सेट जीतने के बाद एल्कराज ने घास के कोर्ट में उन्हें टिकने नहीं दिया. एल्कराज ने चौथे सेट में दो बार फिर से मेदवेदेव की सर्विस तोड़ी और उसे 6-4 से अपने नाम करने के साथ लगातार दूसरे साल विंबलडन के फाइनल में जगह बनाई. पूरे मैच के दौरान एल्कराज ने 55 विनर शॉट और 6 एस शॉट लगाए जबकि सिर्फ दो डबल फॉल्ट किए. वहीं मेदवेदेव ने 5 एस शॉट्स लगाए और 24 विनर ही लगा सके. इसके अलावा उन्होंने 6 डबल फॉल्ट भी किए. जिससे विंबलडन 2023 के बाद लगातार विंबलडन 2024 के सेमीफाइनल में मेदवेदेव अपने सामने एल्कराज को जीतने से नहीं रोक सके.
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