भारत ने रविवार को दुबई में खेले गए एशिया कप के फाइनल में चिर-प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान को हरा दिया. इस रोमांचक मुकाबले में भारतीय बल्लेबाज तिलक वर्मा ने शानदार प्रदर्शन कर अपनी टीम को जीत दिलाई. तिलक वर्मा की अब हर जगह वाहवाही हो रही है और सभी उनकी तारीफ कर रहे हैं.
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तिलक ने दिखाया दम, रऊफ को दी चुनौती
भारत के युवा बल्लेबाज तिलक वर्मा ने कहा कि पाकिस्तान के गेंदबाज हारिस रऊफ को खेलना उनके लिए मुश्किल नहीं था. हैदराबाद में मीडिया से बात करते हुए तिलक ने कहा, "हारिस रऊफ भले ही शानदार गेंदबाज हों, लेकिन मैं भी एक अच्छा बल्लेबाज हूं." फाइनल में तिलक ने 53 गेंदों में नाबाद 69 रन बनाए और भारत को मुश्किल स्थिति से निकालकर जीत तक पहुंचाया.
मुश्किल शुरुआत, फिर तिलक ने संभाला
मैच में भारत की शुरुआत अच्छी नहीं रही. पहले पांच ओवर में भारत ने 20 रन पर तीन विकेट खो दिए थे. इसके बाद तिलक ने मैदान पर कदम रखा. पाकिस्तानी खिलाड़ियों ने उन्हें कुछ ताने भी मारे, लेकिन तिलक ने हार नहीं मानी. उन्होंने शांत और आक्रामक अंदाज में बल्लेबाजी कर भारत को जीत की राह दिखाई.
आखिरी ओवर में रोमांच
भारत को आखिरी ओवर में 10 रन चाहिए थे. तिलक ने हारिस रऊफ की गेंद पर मिड-विकेट की ओर शानदार शॉट खेला. फिर रिंकू सिंह ने टूर्नामेंट में अपनी पहली गेंद पर चौका मारकर भारतीय फैंस को जश्न में डुबो दिया.
सैमसन और दुबे का साथ
तिलक को संजू सैमसन (24 रन) और शिवम दुबे (21 गेंदों में 33 रन) का शानदार साथ मिला. तिलक और दुबे ने 60 रनों की साझेदारी की, जिसने भारत को आखिरी दो गेंदों पर जीत दिलाई. तिलक ने सैमसन और दुबे की तारीफ करते हुए कहा, "सैमसन ने शानदार बल्लेबाजी की. दुबे ने दबाव में देश के लिए महत्वपूर्ण पारी खेली."
तिलक का आत्मविश्वास
तिलक ने पहले भी कहा था कि स्टेडियम का जोशीला माहौल उन्हें बड़े मैचों में बेहतर प्रदर्शन करने के लिए प्रेरित करता है. 10/2 की मुश्किल स्थिति में उतरने के बावजूद तिलक ने अपने खेल पर भरोसा रखा और 147 रनों के लक्ष्य को हासिल कर लिया. उनकी शानदार पारी ने भारत को पांच विकेट से जीत दिलाई और तिलक को 'प्लेयर ऑफ द मैच' चुना गया.
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