भारतीय महिला क्रिकेट टीम (Indian Womens Cricket Team) की कप्तान हरमनप्रीत कौर (Harmanpreet Kaur) ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ इकलौते टेस्ट में जीत के बाद अपना प्लान बताया है. दोनों टीमों के बीच वानखेड़े के मैदान पर इकलौता टेस्ट खेला गया. इस टेस्ट में टीम इंडिया ने 8 विकेट से जीत हासिल कर ली. भारतीय टीम ने नया इतिहास बना दिया है टीम ने पहली बार 1977 के बाद ऑस्ट्रेलिया की महिला टीम को टेस्ट में मात दी है.
ADVERTISEMENT
जीत के बाद हरमनप्रीत कौर ने कहा कि हम ऑस्ट्रेलियाई टीम के खिलाफ डिफेंसिव क्रिकेट नहीं खेलना चाहते थे. इसलिए हमने रिचा घोष को नंबर 3 पर भेजा. रिचा का टीम के लिए उस वक्त डेब्यू हुआ जब शुभा सतीष चोट के चलते इकलौते टेस्ट से बाहर हो गई. हरमनप्रीत कौर ने कहा कि हमारी इतने सालों की मेहनत आखिरकार काम आई. पूरी टीम और सपोर्ट स्टाफ को क्रेडिट जाता है. हमने काफी मेहनत की थी और शांत बने हुए थे.
हरमनप्रीत ने आगे कहा कि हम सिर्फ पॉजिटिव क्रिकेट खेलना चाहते थे और इसलिए हमने रिचा को नंबर 3 पर भेजा. हम डिफेंसिव क्रिकेट पर बिल्कुल ध्यान नहीं देना चाहते थे और हम सभी को पता है कि रिचा किस अंदाज में खेलती है. हमारी टीम ने सिर्फ बेसिक्स पर ध्यान दिया और सबकुछ सही हुआ.
सपोर्ट स्टाफ के कहने पर मैंने की गेंदबाजी
हरमनप्रीत कौर ने इस दौरान बड़ा खुलासा किया और कहा कि सपोर्ट स्टाफ के कहने पर मैंने गेंदबाजी की और मेरे लिए वो दोनों विकेट बेहद अहम थे. बता दें कि हरमनप्रीत ने तालिया मैक्ग्रा और एलिसा हीली का विकेट लिया. हरमन ने कहा कि हमारे गेंदबाजी कोच सिर्फ विकेट लेने पर फोकस करने को कह रहे थे. मैं बीसीसीआई का शुक्रिया अदा करना चाहता हूं कि उन्होंने हमें ये मौका दिया. सेलेक्टर्स ने भी हमपर भरोसा जताया. फैंस भी इस मैच को देखने के लिए लगातार चार दिन तक आए. ऐसे में मैं उन्हें भी धन्यवाद देना चाहता हूं.
बता दें कि भारतीय टीम ने चौथे और आखिरी दिन ऑस्ट्रेलिया को 261 रन पर ढेर कर दिया. इस तरह टीम को 75 रन का टारगेट मिला था और टीम ने 18.4 ओवरों में दो विकेट गंवाकर अंत में 8 विकेट से जीत दर्ज कर ली.
ये भी पढ़ें-
बड़ी खबर: खेल मंत्रालय ने भारतीय कुश्ती संघ की नई बॉडी को किया सस्पेंड, अध्यक्ष संजय सिंह भी निलंबित
ADVERTISEMENT