भारत के खिलाफ टी20 सीरीज में बांग्लादेश की बल्लेबाजी की पोल खुल गई. तीन मैचों की सीरीज में मेजबान बल्लेबाजों ने 22 छक्के उड़ाए हैं तो बांग्लादेश की तरफ से केवल आठ सिक्स लगे हैं. इस वजह से मेहमान टीम रन बनाने में लगातार नाकाम हो रही है. तीसरे मुकाबले से पहले बांग्लादेश के असिस्टेंट कोच निक पोठास ने इसका दोष जेनेटिक्स को दिया. उन्होंने कहा कि भारतीय खिलाड़ी काफी कमजोर हैं जबकि बांग्ला खिलाड़ी शारीरिक रूप से कमजोर हैं.
ADVERTISEMENT
पोठास ने हैदराबाद में होने वाले आखिरी टी20 मुकाबले से पहले बताया, 'उनके (भारत) पास काफी मजबूत खिलाड़ी हैं. हम अपनी स्ट्रेंथ व कंडीशनिंग पर काम कर रहे हैं लेकिन आप जेनेटिक्स से नहीं लड़ सकते. अगर किसी खिलाड़ी का वजन 95-100 किलो होता है और दूसरे का 65 किलो है तो स्वाभाविक है कि भारी खिलाड़ी गेंद को दूर तक मार सकता है. निश्चित रूप से टाइमिंग और तकनीक अहम है और हम लगातार इस पर काम कर रहे हैं.'
'आईपीएल ने सुधारा भारतीय बल्लेबाजों की पावर हिटिंग'
साउथ अफ्रीका से आने वाले पोठास ने भारतीय बल्लेबाजों की पावर हिटिंग का क्रेडिट आईपीएल को भी दिया. उन्होंने कहा, 'आपको आईपीएल भी देखना होगा. यह दुनिया का सबसे तगड़ा टूर्नामेंट है जहां पर अव्वल दर्जे के खिलाड़ी खेलते हैं. आईपीएल खिलाड़ियों को अंतरराष्ट्रीय स्तर के लिए तैयार करता है. भारत के छक्के मारने की क्षमता की हमारे साथ तुलना करने का मतलब है कि हमारी तुलना में वेस्ट इंडीज कितने सिक्स लगाता है.'
भारत ने ग्वालियर और दिल्ली में खेले गए पहले दो टी20 मुकाबलों को बड़े आराम से जीता और सीरीज में 2-0 की अजेय बढ़त ले ली. भारत दौरे से पहले बांग्लादेश पूरे रंग में था. उसने पाकिस्तान को उसके घर में घुसकर टेस्ट सीरीज में 2-0 से हराया था. लेकिन भारत में उसका टेस्ट सीरीज में सफाया हुआ और अब टी20 सीरीज में भी ऐसा ही खतरा है.
बांग्लादेश कोच ने भारत को माना दुनिया की बेस्ट टीम
पोठास ने यह बात मानी कि भारत दुनिया की बेस्ट टीम है और उसने टेस्ट व टी20 दोनों सीरीज में बांग्लादेश को जबरदस्त दबाव में रखा. उन्होंने कहा, 'जब आप बॉलिंग व बैटिंग को देखते हैं तो भारत अपनी स्किल्स के चलते आपको हमेशा गंभीर दबाव में डाल देता है. भारत आपको बताता है कि कहां पर सुधार करना है. हम सौभाग्यशाली हैं कि भारत का दौरा कर रहे हैं क्योंकि इससे आप बहुत कुछ सीख सकते हैं. और सबक ईमानदारी से लेने चाहिए. यह सीखना चाहिए कि कैसे लंबे समय तक दबाव झेलना है, कैसे खेल को अच्छे से समझना है. लेकिन सबसे अहम यह है कि तैयारी कैसे करनी है. भारत में खेलना सम्मान की बात है क्योंकि जब आप दुनिया की सबसे कमाल टीम से खेलते हैं तो वे आपको सुधार में मदद करते हैं.'