पाकिस्तान के दिग्गज क्रिकेटर और लेजेंड्री गेंदबाज वसीम अकरम ने बड़ा बयान दिया है. पाकिस्तान क्रिकेट को लेकर उन्होंने साफ कहा है कि उन्हें टीम का हेड कोच बनने में कोई दिलचस्पी नहीं है. वहीं वो सेलेक्टर भी नहीं बनना चाहते. बता दें कि अकरम अब तक कभी भी पाकिस्तान क्रिकेट टीम का कोच नहीं बने हैं. ड्रेसिंग रूम शो में बात करते हुए एक फैन ने अकरम से जब हेड कोच को लेकर सवाल पूछा तो उन्होंने कहा कि, मैं फैंस और पूर्व खिलाड़ियों का गुस्सा नहीं सह सकता जिसमें वकार यूनुस भी शामिल हैं. यूनुस जब हेड कोच थे तब वो ये सब झेल चुके हैं. इसलिए वो कभी भी पाकिस्तान क्रिकेट टीम का कोच नहीं बनना चाहते हैं.
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मैं कोच बनकर अपनी बेइज्जती नहीं करा सकता
अकरम ने कहा कि, मुझे आज भी लोग काफी कुछ कहते हैं. वो आज भी कहते हैं कि इससे बाते करवा लो, खुद कुछ करता नहीं है. जब मैं पाकिस्तानी कोच को देखता हूं जिसमें वकार यूनुस शामिल हो चुके हैं तो उन्हें काफी गालियां पड़ चुकी हैं. लोग कोच के साथ बदतमीजी करते हैं. ऐसे में मुझसे ये सब बर्दाश्त नहीं होता है.
अकरम वो गेंदबाज हैं जिन्होंने वनडे में सबसे पहले 500 विकेट लिए हैं. उन्होंने आगे कहा कि, मैं पाकिस्तान क्रिकेट की मदद करना चाहता हूं लेकिन आप मुझे पैसे क्यों दे रहे हो. मैं मुफ्त में उपलब्ध रहूंगा. जब भी आप मुझे कैंप के लिए बुलाएंगे, मैं आ जाऊंगा. अगर आप मुझे टूर्नामेंट में शामिल करेंगे तो मैं खिलाड़ियों की मदद करूंगा.
अकरम ने आगे कहा कि, मैं 58 साल का हो चुका हूं. मेरा परिवार है. 10 साल की बेटी है. मेरे दो लड़के हैं. मैं उनके साथ समय बिताना चाहता हूं. लेकिन जैसा कि मैंने कहा , मैं उपलब्ध रहूंगा. मुफ्त में भी मैं उपलब्ध रहूंगा. मैं पाकिस्तान क्रिकेट की इसी तरह से मदद कर सकता हूं. चाहे कुछ भी हो आप मुझे बुला सकते हो. लेकिन कोच बनकर इस उम्र में मैं अपनी बेइज्जती नहीं करा सकता. बेइज्जती तो आप लोग वैसे भी करते हो.
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