आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के चौथे मैच में लाहौर के मैदान में रनों का अंबार लगा. इंग्लैंड के लिए उनके सलामी बल्लेबाज बेन डकेट ने 165 रनों की ऐतिहासिक पारी खेली. जिससे इंग्लैंड ने चैंपियंस ट्रॉफी के इतिहास का सबसे बड़ा 351 रन का टोटल बनाया. लेकिन ऑस्ट्रेलियाई टीम ने भी तगड़ा पलटवार किया और उसके लिए जोश इंग्लिस ने अपने वनडे करियर का पहला शतक जमाया और 120 रनों की बेहतरीन पारी खेली. इस दौरान ऑस्ट्रेलिया के लिए इंग्लिस ने चैंपियंस ट्रॉफी का 77 गेंद में सबसे तेज शतक जड़ा और 352 रन आईसीसी टूर्नामेंट का सबसे बड़ा रन चेज भी हासिल किया. इससे पहले न्यूजीलैंड ने अमेरिका के सामने ओवल के मैदान में 2004 में 347 रन का चेज हासिल किया था. जिससे ऑस्ट्रेलिया ने आईसीसी टूर्नामेंट के इतिहास का सबसे बड़ा 352 रनों का टोटल आसानी से चेज करते हुए पांच विकेट की जीत से धमाकेदार आगाज किया. जबकि दमदार बैटिंग करने वाली इंग्लैंड को खराब गेंदबाजी से करारी हार झेलनी पड़ी.
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इंग्लैंड के कई बल्लेबाज रहे फ्लॉप
लाहौर में पहला मुकाबला ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बीच खेला गया. जिसमें पहले बल्लेबाजी करने उतरी इंग्लैंड के सलामी बल्लेबाज बेन डकेट ने करिश्माई शतक ठोका. जबकि उनके सलावा जो रूट ने भी दमदार फिफ्टी जड़ी. हालांकि इंग्लैंड का बाकी कोई बल्लेबाज ऑस्ट्रेलिया के आगे कमाल नहीं कर सका. जिसमें फिल साल्ट (10), जैमी स्मिथ (15), हैरी ब्रूक (3) और जोस बटलर (23) कुछ ख़ास नहीं कर सके.
बेन डकेट के शतक से इंग्लैंड ने बनाए 351 रन
बेन डकेट ने एक छोर संभाले रखा और 95 गेंद में 11 चौके व एक छक्के से शतक पूरा किया. इसके बाद भी बल्ले से बवाल जारी रखा और 143 गेंद में 17 चौके व तीन छक्के से चैंपियंस ट्रॉफी में सबसे बड़ी पारी खेलने वाले दुनिया के पहले बल्लेबाज बन गए. इस मामले में उन्होंने नाथन एस्ले (145 रन नाबाद) को पीछे छोड़ दिया. डकेट के अलावा जो रूट ने 78 गेंद में चार चौके से 68 रन बनाए. जिससे इंग्लैंड ने पहले खेलते हुए चैंपियंस ट्रॉफी के इतिहास का सबसे बड़ा 351 रन का टोटल बना दिया.
136 पर ऑस्ट्रेलिया के गिरे तीन विकेट
चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के इतिहास का सबसे बड़ा 352 रन के चेज करने उतरी ऑस्ट्रेलिया की शुरुआत सही नहीं रही और ट्रेविस हेड (6) व स्टीव स्मिथ (5) सस्ते में चलते बने. जिससे ऑस्ट्रेलिया के 27 रन पर ही दो विकेट गिर गए थे. इसके बाद सलामी बल्लेबाज मैथ्यू शॉर्ट और मार्नस लाबुशेन के बीच 95 रनों की साझेदारी हुई. लेकिन 45 गेंद में पांच चौके से 47 रन बनाकर लाबुशेन चलते बने. जबकि इसके बाद जल्द ही मैथ्यू शॉर्ट 66 गेंद में नौ चौके और एक छक्के से 63 रन बनाकर चलते बने. जिससे ऑस्ट्रेलिया के 136 तक तीन विकेट गिर चुके थे.
इंग्लिस ने जोश में जड़ा पहला शतक
136 पर तीन विकेट गिरने के बाद लाहौर की पिच पर एलेक्स कैरी और जोश इंग्लिस ने मोर्चा संभाला. इन दोनों के बीच पांचवें विकेट के लिए 146 रनों की साझेदार हुई. जिससे ऑस्ट्रेलियाई टीम ने चेज में वापसी कर ली थी. तभी एलेक्स कैरी 63 गेंद में आठ चौके से 69 रन बनाकर चलते बने. लेकिन जोश इंग्लिस ने मोर्चा संभले रखा. इंग्लिस ने ताबड़तोड़ बल्लेबाजी जारी रखते हुए 77 गेंद में आठ चौके और चार छक्के से वनडे करियर का पहला शतक अहम समय में ठोका. यहां से ऑस्ट्रेलिया को जीत के लिए 33 गेंद में 36 रन की दरकार थी. इस तरह इंग्लिस ने 77 गेंद में चैंपियंस ट्रॉफी का सबसे तेज शतक जड़ा. इससे पहले ये रिकॉर्ड श्रीलंका के तिलकरत्ने दिलशान के नाम था. जिन्होंने 92 गेंद में शतक जड़ा था.
ऑस्ट्रेलिया ने दर्ज की रिकॉर्ड जीत
इंग्लिस का बल्ला शतक जड़ने के बाद भी नहीं रुका और उनको अनुभवी बल्ल्लेबाज ग्लेन मैक्सवेल का बखूबी साथ मिला. इन दोनों बैटर्स ने आसानी से ऑस्ट्रेलिया को 47.3 ओवर में पांच विकेट से जीत दिला दी. इंग्लिस ने 86 गेंद में आठ चौके और छह छक्के से 120 रन की नाबाद पारी खेली. जबकि उनके साथ 15 गेंद में चार चौके और दो छक्के से 32 रन बनाकर ग्लेन मैक्सवेल भी नॉट आउट लौटे. इस तरह ऑस्ट्रेलिया ने पांच विकेट पर 356 रन बनाने के साथ आईसीसी टूर्नामेंट में अभी तक का सबसे बड़ा टोटल हासिल करके बड़ा करिश्मा कर दिखाया.
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