इंग्लैंड की टीम इस समय भारत दौरे पर है. टी20 सीरीज के बाद दोनों के बीच तीन मैचों की वनडे सीरीज खेली जा रही है. 19 फरवरी से शुरू होने वाली चैंपियंस ट्रॉफी के लिहाज से दोनों टीमों के लिए ही ये सीरीज काफी अहम हैं. चैंपियंस ट्रॉफी का काउंट डाउन शुरू हो गया है और टूर्नामेंट के आगाज से पहले इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड ने बड़ा कदम उठाया है. बोर्ड ने बवाल के बीच बड़ा फैसला लिया है.
ADVERTISEMENT
इंग्लैंड बोर्ड ने चैंपियंस ट्रॉफी में अफगानिस्तान के साथ मैच खेलने को लेकर अपना फैसला सुना दिया है. दरअसल बीते कुछ दिनों के ब्रिटेन के कई राजनेता अफगानिस्तान के खिलाफ इंग्लैंड के मैच के खिलाफ थे. करीब 160 नेताओं ने इंग्लैंड को अफगानिस्तान के खिलाफ मैच का बॉयकॉट करने की मांग उठाई थी. जिसे लेकर इंग्लैंड एंड वेल्स क्रिकेट बोर्ड ने अपना फैसला सुना दिया है.
बोर्ड ने कंफर्म किया है कि इंग्लैंड की टीम 26 फरवरी को अफगानिस्तान के खिलाफ तय शेड्यूल के अनुसार ही मैच खेलेगी. बोर्ड ने अपना फैसला सुनाने से पहले आईसीसी, इंग्लैंड की सरकार और खिलाड़ियों से बातचीत की थी. बोर्ड के अध्यक्ष रिचर्ड थॉम्पसन ने कहा
हमने सुना है कि अफगान नागरिकों के लिए अपनी टीम को खेलते देखना उनके मनोरंजन के बचे कुछ साधानों में से एक है. हम यह कंफर्म कर सकते हैं कि हम ये मैच खेलेंगे.
अफगानिस्तान का क्यों हो रहा विरोध ?
दरअसल अफगानिस्तान टीम का बायकॉट करने की बात वहां पर महिला अधिकारों की सुरक्षा के लिए हो रही है. दरअसल अफगानिस्तान पर तालिबान का कब्जा होने के बाद वहां पर महिलाओं की आजादी खत्म कर दी गई. यहां तक कि महिलाओं के क्रिकेट खेलने पर भी पाबंदी लगा दी गई है. अफगानिस्तान में तालिबान के महिला अधिकारों पर हमले के खिलाफ स्टैंड लेने के लिए अफगानिस्तान टीम का बायकॉट करने की बात की जा रही है.
ये भी पढ़ें :-