टीम इंडिया ने बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी गंवा दी है. ऑस्ट्रेलिया ने छह विकेट से सिडनी टेस्ट जीतने के साथ ही 3-1 से ट्रॉफी भी अपने नाम कर ली. करीब 10 साल के इंतजार के बाद ऑस्ट्रेलिया ने ये ट्रॉफी जीती है. ऑस्ट्रेलिया ने सिडनी टेस्ट में 162 रन का टारगेट चार विकेट के नुकसान पर हासिल कर लिया था. इस सीरीज में ऑस्ट्रेलिया ने एडिलेड, मेलबर्न और सिडनी में जीत दर्ज की, जबकि भारत ने पर्थ में खेला गया पहला टेस्ट जीता था. वहीं ब्रिस्बेन टेस्ट ड्रॉ रहा था.
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टीम इंडिया की इस हार से हर कोई निराश मजबूत टेस्ट टीम बनाने की बात की. उन्होंने सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर किया. जिसका कैप्शन दिया- खरी खरी बात, कड़वा सच. उन्होंने कहा-
23 फरवरी को पाकिस्तान को हराकर सारी वाहवाही लूट लेंगे. सब बोलेंगे कि क्या काम किया, पाकिस्तान को हरा दिया और व्हाइट बॉल में हम चैंपियन टीम है, लेकिन अगर भारतीय टीम वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप जीतना चाहती है तो हमें एक टेस्ट मैच टीम बनानी होगी. टर्निंग ट्रैक पर खेलना सीखना होगा. ऑस्ट्रेलिया में सीमिंग ट्रैक पर बल्लेबाजी सीखनी होगी. सच ये है कि हम व्हाइट बॉल के बूलीज बनकर रह गए हैं. आपको बहुत काम करना है, आप बहुत पीछे हैं. यदि वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप जीतना है तो प्लेयर्स को टर्निंग ट्रैक पर घरेलू क्रिकेट खेलना होगा. सीमिंग ट्रैक पर प्रैक्टिस करनी होगी. वरना आप जीत नहीं पाओगे.
कैफ ने आगे कहा-
भारतीय टीम 1-3 से ट्रॉफी हार गई, मुझे लगता है कि ये सही हुआ, क्योंकि ये जगाने वाली हार है. आपको टेस्ट मैच पर ध्यान होगा. सबको ध्यान देना होगा. ये सिर्फ गौतम गंभीर दोषी नहीं है. सारे प्लेयर्स की गलती है. सभी रणजी खेलने का मौका मिलता है, मगर वो उसके ऊपर रेस्ट को चुनते हैं. वो रणजी ट्रॉफी नहीं खेलते, अब वो प्रैक्टिस मैच नहीं खेलते. आप कैसे बेहतर प्लेयर बना पाओगे. असली क्रिकेट टेस्ट क्रिकेट है. भारत में टर्निंग ट्रैक पर खेलना मुश्किल है और ऑस्ट्रेलिया और साउथ अफ्रीका में सीमिंग ट्रैक पर खेलना मुश्किल है. इसीलिए यदि आप अच्छी प्रैक्टिस नहीं करेंगे, तब तक आप वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप नहीं जीत पाएंगे. जो भी हुआ, वो अच्छे के लिए हुआ. अब टीम इंडिया को टेस्ट क्रिकेट में मेहनत की जरूरत है.
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