जसप्रीत बुमराह की अगुआई में टीम इंडिया ने पर्थ में खेले गए बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी के पहले मैच में ऑस्ट्रेलिया को 295 रन से हरा दिया. पर्थ में भारत के हाथों मिली शर्मनाक हार के बाद ऑस्ट्रेलिया ने चौंकाने वाला कदम उठाया है. ऑस्ट्रेलियाई चयनकर्ताओं ने हार के बाद खराब फॉर्म में चल रहे किसी भी बल्लेबाज को कैनबरा में भारत के खिलाफ प्राइम मिनिस्टर इलेवन की टीम में शामिल नहीं करने का फैसला किया है.
ADVERTISEMENT
पहले टेस्ट में मार्नस लाबुशेन और स्टीव स्मिथ बुरी तरह से फ्लॉप रहे थे. लाबुशेन ने दो और तीन रन की पारी खेली तो स्मिथ पहली पारी में जीरो पर आउट हो गए थे, जबकि दूसरी पारी में 17 रन बनाए थे. इसके बाद पूर्व कप्तान माइकल क्लार्क समेत कई पूर्व खिलाड़ियों ने एडिलेड में डे नाइट टेस्ट मैच से पहले जॉश इंग्लिश सहित इन खिलाड़ियों को अभ्यास मैच में उतारने की अपील की थी, मगर ऑस्ट्रेलिया टीम मैनेजमेंट ने इस तरह की अपील को खारिज कर दिया. सिडनी मार्निंग हेराल्ड की रिपोर्ट के अनुसार-
ऐसा फैसला इसलिए किया गया है, क्योंकि खिलाड़ियों के लिए अपने घर में समय बिताना अहम है और इसके अलावा ऑस्ट्रेलिया की टीम भारत को पांच मैच की सीरीज के अगले मैच से पहले उनके टेस्ट बल्लेबाजों का आंकलन करने का मौका नहीं देना चाहती है.
ऑस्ट्रेलिया के हेड कोच एंड्रयू मैकडोनाल्ड ने भी कहा कि वो कैनबरा में खेले जाने वाले प्रैक्टिस मैच के लिए टेस्ट टीम के किसी खिलाड़ी को नहीं भेजना चाहते हैं. मैकडोनाल्ड ने कहा-
हमारे दिमाग में ऐसी बात नहीं आई है. हमें लगता है कि समर के बिजी शेड्यूल के लिए हमने अच्छी तैयारी की है. एडिलेड टेस्ट मैच के लिए हम अच्छी तैयारी करेंगे.
प्राइम मिनिस्टर इलेवन में अधिकतर युवा खिलाड़ियों को शामिल किया जाता है. कैनबरा में पिंक बॉल से खेले जाने वाले दो दिन के प्रैक्टिस मैच में सैम कोन्स्टास, मैट रेनशॉ और तेज गेंदबाज स्कॉट बोलैंड जैसे खिलाड़ी शामिल होंगे. ऑस्ट्रेलिया की टीम सोमवार को एडिलेड में इकट्ठा होगी, इसमें इंग्लिश और लाबुशेन भी शामिल होंगे. लाबुशेन भले ही खराब फॉर्म में चल रहे हैं, लेकिन डे नाइट टेस्ट मैच में उनका रिकॉर्ड अच्छा रहा है, जिसके दम पर उन्हें प्लेइंग इलेवन में जगह मिलना तय है.
ये भी पढ़ें: