'मैं अब 21-22 साल का नहीं रहा कि...', जसप्रीत बुमराह ने लॉर्ड्स टेस्ट में फाइफर का क्‍यों नहीं मनाया जश्‍न? भारतीय स्‍टार ने किया खुलासा

India vs England series 2025: जसप्रीत बुमराह ने लॉर्ड्स टेस्‍ट में इंग्‍लैंड के खिलाफ पहली पारी में जब फाइफर लिया तो उन्‍होंने इसका कोई जश्‍न नहीं मनाया.

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किरण सिंह

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पांच विकेट लेने के बाद मैदान से बाहर आते जसप्रीत बुमराह

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जसप्रीत बुमराह ने लॉर्ड्स टेस्‍ट में पांच विकेट लिए.

बुमराह ने टेस्‍ट क्रिकेट में 15वीं बार फाइफर लिया.

England vs India series 2025:जसप्रीत बुमराह ने तीसरे टेस्ट के दूसरे दिन एक बार फिर कमाल की गेंदबाजी करते हुए लॉर्ड्स के बोर्ड पर अपना नाम दर्ज करा लिया. उन्होंने इंग्‍लैंड की पहली पारी में पांच विकेट लिए, मगर 5वां विकेट लेने के बाद उन्‍होंने कोई जश्‍न नहीं मनाया. वह शांत रहे. उनके इस रिएक्‍शन की जितनी तारीफ हो रही है और उतनी ही जिज्ञासा भी पैदा कर दी.

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बुमराह के पांच विकेट (74 रन पर पाच विकेट) की बदौलत भारत ने लंच ब्रेक के तुरंत बाद दूसरे सेशन में इंग्लैंड को 387 रन पर समेट दिया. उन्होंने सुबह में बेन स्टोक्स, जो रूट और क्रिस वोक्स को आउट किया, जिससे इंग्लैंड का स्कोर 251/4 से 271/7 हो गया और भारत ने मज़बूत पकड़ बना ली. यह बुमराह का टेस्ट क्रिकेट में 15वां फाइफर था, जिससे वह कपिल देव को पीछे छोड़ते हुए विदेश में सबसे ज्‍यादा फाइफर लेने वाले भारतीय गेंदबाज बन गए हैं.

फाइफर का नहीं मनाया जश्‍न

इसके साथ ही उनके करियर में पहली बार लॉर्ड्स के ऑनर्स बोर्ड पर उनका नाम भी शामिल हुआ. हालांकि जब बुमराह ने जोफ्रा आर्चर के रूप में लॉर्ड्स टेस्‍ट में अपना 5वां विकेट तो उनके चेहरे पर ना कोई मुस्‍कान थी और ना ही उन्‍होंने सेलिब्रेट किया. वह काफी शांत थे, जिससे कई लोग सोचने लगे कि क्या वह इस बात से नाखुश थे कि इंग्लैंड के निचले क्रम जेमी स्मिथ और ब्रायडन कार्से के बीच 84 रनों की साझेदारी की बदौलत स्कोर 400 के करीब पहुंचा दिया था.

दूसरे दिन का खेल समाप्‍त होने के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में बुमराह ने जश्‍न ना मनाने के पीछे की वजह का खुलासा किया. उन्‍होंने कहा कि वह थक चुके थे. बुमराह ने कहा- 

 

सच तो यह है कि मैं थका हुआ था. कोई खुशी की बात नहीं थी. मैंने मैदान पर काफी देर तक गेंदबाजी की और कभी-कभी मैं थक जाता हूं. मैं अब 21-22 साल का नहीं रहा कि उछल-कूद करूं. मैं आमतौर पर ऐसा नहीं होता. मुझे खुशी थी कि मैंने योगदान दिया. इसके अलावा मैं बस अपने मार्क पर वापस जाकर अगली गेंद फेंकना चाहता था.

 

बुमराह को वर्कलोड मैनेजमेंट के तहत एजबेस्टन में पिछले टेस्ट के लिए आराम दिया गया था, लेकिन यहां लॉर्ड्स में वापसी ने दिखाया कि वह भारत के अहम स्ट्राइक गेंदबाज क्यों हैं. इससे पहले दिन में उन्होंने रूट को बोल्‍ड किया था. उन्‍होंने ऐसी गेंद फेंकी कि मिडिल स्टंप उखाड़ गया. रूट को टेस्ट मैचों में 11वीं बार आउट बुमराह ने आउट किया.

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