ऋषभ पंत के शतक के बाद भारत की पहली पारी हेडिंग्ले टेस्ट में 471 रन पर सिमट गई. टीम इंडिया ने मुकाबले के दूसरे दिन 41 रन के अंदर सात विकेट गंवा दिए. बेन स्टोक्स और और जॉश टंग ने चार-चार विकेट लिए. इनके अलावा ब्रायडन कार्स और शोएब बशीर ने लिया. भारतीय टीम की ओर से तीन शतक लगे जो यशस्वी जायसवाल (101), शुभमन गिल (147) और पंत (134) ने लगाए. इससे एक समय भारत का स्कोर तीन विकेट पर 430 रन था और फिर लगातार विकेटों के गिरने से 471 पर पारी का बोरिया-बिस्तर बंध गया. इससे 600 रन तक जाने का सपना अधूरा रह गया.
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भारत ने पहले दिन के स्कोर तीन विकेट पर 359 रन से आगे खेलना शुरू किया. शुभमन और पंत ने मिलकर पारी को आगे बढ़ाया और टीम को 400 के पार ले गए. कप्तान ने इस दौरान टेस्ट करियर का सर्वोच्च स्कोर बनाया. वहीं पंत ने सातवां शतक इस फॉर्मेट में लगाया. इससे वे भारत की तरफ से सर्वाधिक टेस्ट शतक वाले विकेटकीपर बल्लेबाज बन गए. उन्होंने शतक के दौरान कई दिलचस्प शॉट लगाया और भारत के स्कोर को भी आगे बढ़ाया. उनके और शुभमन के बीच चौथे विकेट के लिए 209 रन की साझेदारी हुई. बशीर की गेंद को उड़ाते हुए शुभमन लपके गए. इसके बाद भारतीय मिडिल ऑर्डर ढह गया.
करुण नायर का नहीं खुला खाता
आठ साल बाद टेस्ट खेलने उतरे करुण नायर बिना खाता खोले बाहर गए. वे चार गेंद टिक सके और स्टोक्स के शिकार बने. पंत को टंग ने एलबीडब्ल्यू किया. उनकी पारी में 12 चौके और छह छक्के शामिल रहे. शार्दुल ठाकुर लंच से ठीक पहले स्टोक्स की गेंद पर विकेट के पीछे कैच दे बैठे. रवींद्र जडेजा 11 रन बनाने के बाद टंग की गेंद पर बोल्ड हुए तो बुमराह (0) विकेट के पीछे कैच दे बैठे. प्रसिद्ध कृष्णा (1) आखिरी विकेट के रूप में वापस गए. भारतीय पारी में तीन शतक और तीन जीरो शामिल रहे. पहले दिन के खेल में साई सुदर्शन भी खाता खोले बिना आउट हुए थे.
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