इंग्लैंड के खिलाफ क्या लॉर्डस टेस्ट में खेलेंगे कुलदीप यादव? जानें तीसरे टेस्ट से भी क्यों हो सकती है स्पिनर की छुट्टी

कुलदीप यादव का लॉर्ड्स टेस्ट में खेलना मुश्किल है क्योंकि टीम इंडिया सिर्फ एक बदलाव के साथ उतर सकती है और वो प्रसिद्ध कृष्णा का बाहर जाना हो सकता है.

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नेट सेशन के दौरान कुलदीप यादव

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कुलदीप यादव का लॉर्ड्स टेस्ट में खेलना मुश्किल है

टीम इंडिया सिर्फ एक बदलाव कर सकती है

टीम इंडिया के स्पिनर कुलदीप यादव ने साल 2017 में धर्मशाला में अपना टेस्ट डेब्यू किया था. तब से लेकर अब तक वो 13 टेस्ट खेल चुके हैं. मोर्ने मोर्कल ने भी इतने ही टेस्ट खेले हैं. मोर्कल साल 2018 में रिटायर हो गए थे और फिलहाल टीम इंडिया के बॉलिंग कोच हैं. इससे पता चलता है कि कुलदीप को टेस्ट टीम में बेहद कम बार जगह मिलती है. कुलदीप को धर्मशाला टेस्ट में उस वक्त मौका मिला था जब विराट कोहली चोटिल हो गए थे. ऐसे में बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी के इस मैच में स्पिनर ने कमाल का खेल दिखाया और भारत को जीत दिलाने के लिए 4 विकेट लिए.

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कुलदीप को नहीं मिल पा रहा है मौका

इसके बाद टीम इंडिया के कोच रवि शास्त्री बने और उन्होंने विदेश में होने वाले टेस्ट मैचों में कुलदीप यादव को खिलाया. लेकिन साल 2025 में कुलदीप को टीम इंडिया के भीतर एंट्री नहीं मिल पा रही है. अश्विन रिटायर हो चुके हैं तभी भी कुलदीप को प्लेइंग 11 में नहीं रखा जा रहा है. 

गौतम गंभीर की कोचिंग में आक्रामक गेंदबाजी और तगड़ी बल्लेबाजी पर ज्यादा फोकस है. पहले टेस्ट में 6 बैटर्स के साथ टीम उतरी थी लेकिन गेंदबाजी में कुलदीप का साथ देने के लिए कोई नहीं था. दोनों ही टेस्ट मैचों में कुलदीप नहीं खेल पाए हैं. भारत ने दूसरा जीत लिया. लेकिन अब ये कहा जा रहा है कि क्या कुलदीप को तीसरे टेस्ट में मौका मिल सकता है. 

टीम में हो सकता है सिर्फ एक बदलाव

शुभमन गिल ने दूसरे टेस्ट की जीत के बाद कहा था कि, जब आपके पास कुलदीप जैसा गेंदबाज हो तो काफी ज्यादा लालच आता है. मैं दूसरे टेस्ट में वाशिंगटन सुंदर को इसलिए खिलाना चाहता था जिससे बैटिंग में गहराई आए. ऐसे में मेरे और उनके बीच की साझेदारी काफी ज्यादा काम आई. अगर वो साझेदारी नहीं होती तो हम 70-90 रन कम बनाते.

गिल ने आगे बताया कि, 5वें दिन पिच के बीच से ज्यादा गेंद नहीं घूम रही थी. वो सिर्फ पैच की वजह से था. हमें लगा कि 5वें दिन स्पिनर्स को फायदा मिलेगा. फ्लैट पिच पर कई बार आपको तेज गेंदबाजों की तुलना में स्पिनर्स ज्यादा कंट्रोल पैदा करते हैं. ऐसे में हमारा माइंडसेट यही था.

बता दें कि अगला मुकाबला लॉर्डस के मैदान पर खेला जाना है. ऐसे में वहां पर स्पिनर्स को और ज्यादा मदद नहीं मिलती है. वहीं इंग्लैंड की टीम को उम्मीद है कि लॉर्ड्स की पिच पर बाउंस और सीम मिलेगा. इस लिहाज से कुलदीप यादव की एंट्री मुश्किल है. वहीं टीम कॉम्बिनेशन देखें तो बुमराह की तीसरे टेस्ट में वापसी हो रही है और यहां प्रसिद्ध कृष्णा को बाहर जाना पड़ सकता है. सुंदर और रवींद्र जडेजा ने दूसरे टेस्ट में कमाल किया था. ऐसे में इन दोनों खिलाड़ियों को बाहर नहीं किया जा सकता.

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