एक खिलाड़ी ने अपनी तैयारी और मौके को भुनाने पर बात की। उन्होंने बताया कि टीम को जब उनकी जरूरत होती है, तो वे हमेशा तैयार रहते हैं। उनके दिमाग में निरंतरता न मिलने की बात नहीं आती है। उन्होंने बल्लेबाजी के अनुकूल पिचों पर गेंदबाजी करने की चुनौतियों पर भी चर्चा की। खिलाड़ी ने कहा कि एक गेंदबाज के रूप में अनुशासन बनाए रखना और एक ही क्षेत्र में गेंद डालना महत्वपूर्ण है। उन्होंने अपने कोचों, गौतम गंभीर और मोर्ने मोर्कल, के योगदान का भी जिक्र किया। कोचों से मिले आत्मविश्वास ने उनके प्रदर्शन में मदद की। उन्होंने मोहम्मद सिराज के साथ साझेदारी में गेंदबाजी करने की रणनीति समझाई, जिसमें एक गेंदबाज आक्रमण करता है और दूसरा रन रोकता है। इंग्लैंड में अपेक्षित सीम और स्विंग के बजाय बल्लेबाजी के अनुकूल विकेट मिलने पर उन्होंने अपनी मानसिक तैयारी का उल्लेख किया। पुरानी गेंद से गेंदबाजी में आने वाली मुश्किलों और अनुशासन की आवश्यकता पर भी बात की गई। जसप्रीत बुमराह की अनुपस्थिति और उनकी जगह खेलने के बारे में खिलाड़ी ने बताया कि उन्हें एक दिन पहले ही सूचित किया गया था। उन्होंने कहा कि वे हर मैच खेलने की मानसिकता के साथ तैयारी करते हैं। खिलाड़ी ने देश के लिए खेलने को एक अवसर के रूप में देखा, न कि दबाव के रूप में, और 20 विकेट लेने की जिम्मेदारी पर जोर दिया।
ADVERTISEMENT