IND vs SA : अंत में 10 रन नहीं बना सके चहल, बुमराह सहित 3 बल्लेबाज, 4 रन की हार से भारत का सूपड़ा हुआ साफ़

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नई दिल्ली। भारतीय टीम साल 2021-22 के साउथ अफ्रीकी दौरे को कभी याद नहीं रखन चाहेगी. क्योंकि इस दौरे पर विराट कोहली की कप्तानी टेस्ट टीम इंडिया को जहां सीरीज में 1-2 से हार का सामना करना पड़ा था. वहीं तीसरे वनडे मैच में साउथ अफ्रीका ने भारत को रोमांचक मैच में 4 रन से हराकर अब उसका तीन वनडे मैचों की सीरीज में 0-3 से सूपड़ा साफ़ कर दिया है. जिसके चलते केएल राहुल की कप्तानी वाली वनडे टीम इंडिया को तीनो मैच गंवाने पड़े और एक भी मैच नहीं जीत सके. केपटाउन में खेले गए तीसरे वनडे में एक बार फिर साउथ अफ्रीका के विकेटकीपर बल्लेबाज क्विंटन डिकॉक ने शानदार 124 रनों की शतकीय पारी खेली और मैच में भारत को बैकफुट पर धकेल दिया था. जिससे टीम इंडिया उबर नहीं सकी लकिन अंत में दीपक चाहर ने 54 रनों की पारी से जीत की उम्मीद जरूर जगाई थी लेकिन चहल और बुमराह मिलकर 10 रन नहीं जोड़ सके. जिससे भारत को हार का सामना करना पड़ा. इस तरह अब भारत का साउथ अफ्रीका दौरा समाप्त हो गया. जिसमें खेल गए 3 टेस्ट और 3 वनडे में भारत सिर्फ एक मैच टेस्ट के रूप में जीत सका और बाकी मैचों में उसे हार का सामना करना पड़ा. 

 

288 रनों का मिला था लक्ष्य 
क्विंटन डिकॉक और रासी वैन दर दुसें के बीच चौथे विकेट के लिए 144 रनों की साहेदारी हुई. जिससे साउथ अफ्रीका ने मैच में वापसी की और भारत को 288 रनों का लक्ष्य दिया. इसके जवाब में भारत की शुरुआत सही नहीं रही और कप्तान केएल राहुल 9 रन बनाकर लुंगी एंगिडी का शिकार बन गए. इसके बाद कप्तानी के बोझ को उतारने के बाद बल्लेबाज्जी करने आए विराट कोहली ने शिखर धवन के साथ मिलकर कुछ शानदार शॉट लगाए. इन दोनों बल्लेबाजी के बीच दूसरे विकेट के लिए 98 रनों की साझेदारी हुई. लेकिन तभी अर्धशतक जमाने के बाद धवन 61 रन पर चलते बने और भारत को 116 के कुल स्कोर पर दूसरा झटका लगा.

 

राहुल सस्ते में हुए आउट तो धवन ने जड़ा पचासा 
ऐसे में धवन के आउट होने के बाद अगली ही गेंद पर ऋषभ पंत बेतुका शॉट खेलकर गोल्डन डक का शिकार हुए और शून्य करके चलते बने. यहीं से मैच भारत की पकड़ से बाहर होता चला गया. पंत के आउट होने के बाद कोहली ने थोड़ी देर जिम्मा संभाला और अपने करियर का 64वां अर्धशतक जमाया. जिसके बाद सभी फैंस की जैसे ही कोहली से शतक की उम्मीद जागी उसी दौरान वह भी 84 गेंदों में 65 रन बनाकर चलते बने. कोहली ने अपनी पारी के दौरान 5 चौके लगाए.

 

कोहली ने जड़ी फिफ्टी
पंत और कोहली के बाद अब टीम को जीत के करीब पहुंचाने का जिम्मा सूर्य कुमार यादव और श्रेयर अय्यर के कन्धों पर आ चुका था. लेकिन अय्यर एक बार फिर से शार्ट पिच गेंद का शिकार बने और 26 रन पर सेट होने के बाद अपना विकेट फेंक कर चलते बने. ऐसे में अय्यर के आउट होने के बाद सूर्य ने कुछ शॉट लगाए जरूर मगर टीम को बीच मझधार में छोड़कर चले गए और सूर्य कुमार ने 32 गेंदों में 39 रन के दौरान 4 चौके और एक छक्का लगाया. इस तरह देखा जाए तो धवन के आउट होने के बाद 96 रन पर भारत का मध्यक्रम बिखर गया.

 

चाहर की फिफ्टी के बाद 17 गेंद नहीं बन सके 10 रन 
हालांकि अंत में दीपक चाहर ने बल्लेबाजी से जलवा दिखाया और शानदार फिफ्टी जड़कर भारत की साख बचा ली. दीपक चाहर ने 31 गेंदों पर अपना अर्धशतक पूरा किया और चाहर ने 54 रनों की पारी के दौरान 5 चौके और 2 छक्के जड़े. अंत में जब 10 रन चाहिए थे तभी चाहर आउट हो गए लेकिन जसप्रीत बुमराह (12 रन) और युजवेंद्र चहल (2 रन) भारत के लिए 17 गेंदों में 10 रन भी नहीं जोड़ सके. जिससे चाहर की मेहनत पर पानी फिर गया और रोमांचक मैच में भारत की टीम 283 रनों पर ऑल आउट हो गई और उसे 4 रनों से हार का सामना करना पड़ा. क्रीज पर प्रसिद्द कृष्णा 2 रन बनाकर नाबाद रहें लेकिन तीन मैचों की सीरीज में भारत का सूपड़ा साफ़ हो गया. 

 

चाहर ने दिया शुरूआती झटका 
मैच में इससे पहले कप्तान के एल राहुल का पहले गेंदबाजी करने का फैसला कारगर रहा क्योंकि दक्षिण अफ्रीका ने आठ रन ही बनाए थे कि दीपक चाहर ने सलामी बल्लेबाज यानेमन मलान (01) को तीसरे ओवर की पहली गेंद पर विकेटकीपर के हाथों कैच आउट कराया. भारतीयों के लिये यह बड़ा विकेट था क्योंकि मलान ने पार्ल में दूसरे वनडे में 91 रन की शानदार पारी खेली थी जिसमें जीत से दक्षिण अफ्रीका ने सीरीज अपने नाम कर ली थी. इसका श्रेय चाहर को जाना चाहिए जिनकी अंदर की ओर कोण लेती फुल लेंथ गेंद को मलान समझ नहीं सके और विकेट गंवा बैठे.

 

70 रन पर गिरे साउथ अफ्रीका के तीन विकेट 
इस तरह मलान के आउट होने के बाद भारतीय कप्तान राहुल के मिडऑफ से फेंके गये सीधे थ्रो से फॉर्म में चल रहे दक्षिण अफ्रीकी कप्तान टेम्बा बावुमा की आठ रन की पारी खत्म हुई जो समय पर नान-स्ट्राइकर छोर पर पहुंचने में असफल रहे. यह भी भारत के लिये बड़ा ब्रेक था क्योंकि दक्षिण अफ्रीकी कप्तान ने शुरूआती वनडे में शतक जड़ा था और दूसरे मैच में भी अच्छा योगदान दिया था. ऐसे में पॉवरप्ले में दो विकेट हासिल करने के बाद भारत सही दिशा में बढ़ रहा था जब एडन मार्करम ने डीप स्क्वायर लेग फील्ड में पुल शॉट खेलने का प्रयास किया लेकिन सब्स्टिट्यूट फील्डर रुतुराज गायकवाड़ को कैच दे बैठे और इस तरह 13वें ओवर में मेजबान टीम का स्कोर तीन विकेट पर 70 रन हो गया.

 

डिकॉक ने जड़ा शानदार शतक 
हालंकि तीन विकेट गिरने के बाद सलामी बल्लेबाज डिकॉक और वैन दर दुसें ने इन झटकों के बावजूद अच्छी साझेदारी निभाई जिसमें उन्होंने भारतीय गेंदबाजी आक्रमण से निपटने के लिए आक्रामकता के साथ पूरी सतर्कता बरती. डिकॉक और दुसें ने विकेट के चारों ओर अलग-अलग तरह के स्ट्रोक्स लगाकर रन जुटाये. लेकिन जब ऐसा दिख रहा था कि दोनों अपनी टीम को भारत के खिलाफ बड़े स्कोर की ओर पहुंचा देंगे, तभी मेहमानों ने उनके विकेट झटक लिये. डिकॉक 12 चौके और दो छक्के के साथ 130 गेंदों में 124 रन की पारी खेलकर जसप्रीत बुमराह की गेंद पर डीप स्क्वायर लेग में शिखर धवन को आसान कैच देकर पवेलियन पहुंचे और इसी के साथ 144 रनों की साझेदारी का अंत भी हुआ. इसके बाद चहल ने वैन दर दुसें को 52 रन पर डीप में अय्यर के हाथों कैच आउट कराया. इन दोनों के अलावा डेविड मिलर ने 39 रन और ड्वेन प्रिटोरियस ने 20 रन का योगदान दिया. जिससे साउथ अफ्रीका ने 50 ओवर में 287 रन बनाए.

 

कृष्णा ने चटकाए सबसे अधिक तीन विकेट 
वहीं भारत की तरफ से गेंदबाजी में बात करें तो सबसे अधिक तीन विकेट प्रसिद्द कृष्णा और दो-दो विकेट जसप्रीत बुमराह और दीपक चाहर ने चटकाए. इसके आलवा एक विकेट युजवेंद्र चहल ने लिया जबकि आर. अश्विन को कोई विकेट नहीं मिला.  

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