Gautam Gambhir on Suryakumar Yadav : आईपीएल में केकेआर को अपनी कप्तानी में बार चैंपियन बनाने वाले कप्तान और 2024 में मेंटोर की भूमिका निभाने वाले गौतम गंभीर ने अपनी कप्तानी के दिनों के सबसे बड़े अफसोस का खुलासा किया. गंभीर ने अब मुंबई इंडियंस की तरफ से खेलने वाले केकेआर के पूर्व खिलाड़ी सूर्यकुमार यादव को अपने कप्तानी करियर का इकलौता अफसोस बताया. सूर्या 2014 से लेकर 2017 तक गंभीर की कप्तानी में केकेआर की टीम का हिस्सा थे.
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सूर्या की क्षमता को नहीं पहचान सका- गंभीर
स्पोर्ट्सकीड़ा से खास बातचीत में गंभीर ने माना कि उन्होंने सूर्यकुमार यादव की प्रतिभा के साथ न्याय नहीं किया. गौतम ने कहा,
एक लीडर का काम खिलाड़ी की सर्वश्रेष्ठ क्षमता को पहचानना और उसे सबके सामने रखना होता है. अगर मेरे सात साल के कप्तानी करियर में कोई अफसोस है, तो वो यह कि मैं सूर्यकुमार यादव की प्रतिभा का सर्वोत्तम उपयोग नहीं कर पाया. टीम संयोजन के चलते मैं ऐसा नहीं कर सका. आप नंबर 3 पर एक ही खिलाड़ी को खिला सकते हैं और बतौर लीडर आपको टीम के बाकी खिलाड़ियों के बारे में भी सोचना होता है. वो अगर 3 नंबर पर खेलते, तो ज्यादा प्रभावी होते.
सूर्यकुमार यादव को केकेआर में उपकप्तान बनाने के पीछे की वजह बताते हुए गंभीर ने कहा,
सूर्या एक टीम मैन थे. कोई भी अच्छा खिलाड़ी बन सकता है, लेकिन टीम मैन बनना कठिन काम है. टीम से बाहर होने पर भी वो हमेशा मुस्कुराते रहते थे, बल्लेबाजी में नंबर 6,7 पर भेजने पर भी वो टीम के लिए अच्छा करने को तैयार रहते थे. इसी के चलते हमने उन्हें उपकप्तान बनाया था.
सूर्या ने केकेआर के लिए 54 खेले मैच
साल 2012 में मुंबई इंडियंस के लिए पहली बार आईपीएल खेलने उतरे सूर्या 2013 में कोलकाता की टीम का हिस्सा बने. केकेआर के लिए 4 सालों में सूर्या ने 54 मैच खेले और 131.8 के स्ट्राइक रेट से 608 रन बनाए. निचले क्रम में बल्लेबाजी करने के चलते उनके बल्ले से सिर्फ एक अर्धशतक निकला. फिलहाल, सूर्या मुंबई इंडियंस की बल्लेबाजी क्रम का अभिन्न हिस्सा हैं और टी-20 इंटरनेशनल में दुनिया के नबंर-1 बल्लेबाज हैं.
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