IPL Bad Boy, Jesse Ryder : इंडियन प्रीमियर लीग के इतिहास में हार्दिक पंड्या, जसप्रीत बुमराह जैसे तमाम युवा खिलाड़ियों ने जहां अपने नाम का डंका पूरी दुनिया में बजवा डाला. वहीं कुछ ऐसे खिलाड़ी भी रहे हैं, जिन्हें आईपीएल के बैड बॉय के नाम से जाना जाता है. इसी कड़ी में आईपीएल 2009 में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर से खेलने वाले न्यूजीलैंड के जेसी राइडर की कहानी काफी खतरनाक है. जेसी राइडर को नशे की ऐसी लत लगी कि पूरा क्रिकेट करियर चौपट हो गया. इतना ही नहीं, विस्फोटक बैटिंग के लिए फेमस इस बल्लेबाज ने जितनी जल्दी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में नाम बनाया, उतनी ही जल्दी मारपीट और नशे के चलते क्रिकेट की दुनिया से गायब भी हो गया.
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14 साल की उम्र में पिता ने छोड़ा अकेला
जेसी राइडर की बात करें तो उनका जन्म 6 अगस्त 1984 में न्यूजीलैंड के वेलिंग्टन में हुआ था. लेकिन राइडर जब 14 साल के थे तभी उनके पिता उन्हें और उनकी मां को छोड़कर चले गए थे. हालांकि राइडर की मां ने उन्हें कभी पिता की कमी महसूस नहीं होने दी और काफी अच्छे से पालन पोषण किया. मगर क्रिकेट में करियर बनाने के दौरान राइडर को नशे की लत ने बर्बाद कर दिया.
साल 2009 में किया आईपीएल डेब्यू
राइडर ने न्यूजीलैंड के लिए साल 2008 में टेस्ट, वनडे और टी20 तीनो फॉर्मेट में डेब्यू करते हुए धमाका कर डाला. जिससे आईपीएल 2009 के ऑक्शन में आरसीबी ने राइडर को करीब 78 लाख की रकम देकर शामिल किया. लेकिन राइडर का बल्ला आईपीएल 2009 सीजन में कुछ ख़ास नहीं चला और वह 5 मैचों में सिर्फ 56 रन ही बना सके.
राइडर की 2011 आईपीएल में वापसी
आईपीएल 2009 के बाद राइडर ने साल 2011 और साल 2012 का सीजन भी खेला. आईपीएल 2011 में पुणे वॉरियर्स इंडिया के लिए खेलते हुए उन्होंने 13 मैचों में 292 रन बनाए, जबकि साल 2012 में भी पुणे के लिए 11 मैचों में 256 रन बनाए.
2012 में राइडर की जमकर हुई कुटाई
आईपीएल 2012 सीजन के बाद अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में नशे की लत ने उनके क्रिकेट करियर पर असर डालना शुरू कर दिया. इसके चलते राइडर ने क्रिकेट से ब्रेक भी लिया. वहीं साल 2013 में न्यूजीलैंड के क्राइस्टचर्च में एक झगड़े में चार लोगों ने राइडर को इतनी बुरी तरह पीटा कि सिर में चोट आने के चलते वह कोमा में चले गए थे. लेकिन अच्छी बात ये रही कि जल्द ही राइडर को होश आ गया.
राइडर को पिटाई से हुआ एक करोड़ का नुकसान
साल 2013 के झगड़े में होने वाली पिटाई के चलते राइडर को काफी तगड़ा नुकसान हुआ. दरअसल, दिल्ली डेयरविल्स ने उन्हें नीलामी के दौरान एक करोड़ से अधिक की मोटी रकम देकर अपने साथ जोड़ा था. लेकिन राइडर चोट के चलते पूरे सीजन से बाहर रहे थे. फिर कभी उनकी आईपीएल में वापसी नहीं हो सकी. यहीं से राइडर का आईपीएल करियर समाप्त हो गया. इस टूर्नामेंट में उनके नाम 29 मैचों में 604 रन दर्ज हैं.
राइडर का नशे ने बर्बाद किया करियर
राइडर ने क्राइस्टचर्च के हमले के बाद मुश्किल वक्त को पार किया और फिर से साल 2013 के अक्टूबर में क्रिकेट के मैदान में वापसी कर डाली. लेकिन इस बार भी उनके नशे की आदत नहीं छूटी. साल 2014-15 में न्यूजीलैंड की टीम जब भारत दौरे पर आई थी. तब एक मैच से ठीक पहले राइडर नशे की हालत में पाए गए थे. राइडर को अपनी इसी हरकत का खामियाजा भुगतना पड़ा और फिर वह न्यूजीलैंड की टीम में कभी वापसी नहीं कर सके. नशे की लत में फंसकर राइडर का अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट करियर तबाह हो गया. वह न्यूजीलैंड के लिए 18 टेस्ट मैचों में 1269 रन, 48 वनडे मैचों में 1362 रन और 22 टी20 मैचों में 457 रन ही बना सके. 40 साल के हो चुके राइडर का नाम हमेशा द जेंटलमैन गेम कहे जाने क्रिकेट के खेल में बैड बॉय के नाम से जाना जाएगा.
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