बीसीसीआई ने आईपीएल सीजन से ठीक पहले सभी 10 टीमों को बड़ा झटका दिया है. बोर्ड ने अब सभी फ्रेंचाइजियों के प्रैक्टिस सेशन को लिमिटेड कर दिया है. इस नए नियम के अनुसार अब हर टीम ज्यादा से ज्यादा 7 प्रैक्टिस सेशन में हिस्सा ले सकती हैं जिसका समय 3 घंटे होना चाहिए. वहीं सीजन से पहले सिर्फ दो वार्म-अप मुकाबले ही खेले जा सकते हैं. लेकिन जैसे ही सीजन की शुरुआत होगी उसके बाद किसी को भी ओपन नेट्स या फिर प्रैक्टिस की परमिशन नहीं मिलेगी.
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बोर्ड ने लिखा लेटर
क्रिकबज की रिपोर्ट के अनुसार इन नए नियमों को इसलिए लाया गया है जिससे पिचों को सुरक्षित किया जा सके और मैच के दौरान ये पिच अपनी ओरिजिनल कंडीशन में रहे. डोमेस्टिक सीजन में पहले ही इन पिचों का काफी ज्यादा इस्तेमाल हो चुका है. ये फैसला ऐसे समय में आया है जब बोर्ड ने सभी आईपीएल ग्राउंड अथॉरिटी को ये लिखकर साफ कर दिया है कि अब पिच का इस्तेमाल लोकल टूर्नामेंट के लिए भी नहीं होगा.
इस रिपोर्ट में ये खुलासा हुआ है कि, नियम के अनुसार प्रैक्टिस मैचों का आयोजन साइड विकेट पर होगा. अगर टीम लाइट्स में प्रैक्टिस मैच खेलती है तो ये 3.5 घंटे से ज्यादा नहीं होना चाहिए.
इसके अलावा अगर दोनों टीमें एक ही समय पर अभ्यास करना चाहती है तो बोर्ड फिर दोनों टीमों के मैनेजर से बात करेगा और फिर समय तय करेगा.
अहम पाइंट्स
1. टीमों को प्रैक्टिस एरिया में 2 नेट्स मिलेंगे. इसमें एक रेंज हिटिंगके लिए होगा. वहीं मुंबई वेन्यू पर अगर दोनों टीमें एक साथ अभ्यास करना चाहती हैं तो फिर टीमों को 2-2 विकेट मिलेंगे.
2. ओपन नेट्स की इजाजत नहीं मिलेगी
3. अगर एक टीम अपना प्रैक्टिस जल्दी खत्म कर लेती है तो दूसरी टीम को फिर विकेट पर प्रैक्टिस करने की परमिशन नहीं मिलेगी.
4. मैच के दिन किसी भी टीम को प्रैक्टिस करने की परमिशन नहीं है
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